नाग पंचमी: नहीं पाले हमने सांप पर उन्हें लेकर पाल लीं ये 10 ग़लतफहमियां
बेंगलोर। नाग पंचमी की शुभकामनाएं देते हुए आइए चर्चा करें क्या होते हैं सांपों से जुड़े अंधविश्वास और किस तरह इंसानी भीड़ मान लेती है कुछ ऐसी मान्यताएं जो असल में हैं ही नहीं। बदला लेने से लेकर ना जाने कौन-कौन सी बातें जो हम बड़े-बुजुर्गों-मित्रों से सुनते आए व उन पर यकीन करते आए।
तो घुमाएं यह स्लाइडर और जानें एक-एक सच। ऐसी सिलसिलेवार बातें जिनसे आपके दिमाग की काई साफ होगी व सांपों को लेकर की जाने वाली इन बातों को अगर आप कहीं सुनेंगे तो पलट कर स्पष्ट जवाब देंगे। पेश हैं कुछ बुनियादी पर अनसुनी जानकारी-
अंडा देते सांप
दुनिया के सांपो मे से 70 % सांप प्रजातियां अंडे देतीं हैं पर बाकि की 30% प्रजातियां सामान्य तरीके से गर्भधारण करती हैं।
हिप्नोटिज़्म यानि सम्मोहन
मान्यता है कि सांप की आंखों में किसी को भी सम्मोहित करने की शक्ति होती है। अर्थात सांप अपने इशारे पर इंसान से काम करवाने लगता है। यह वैज्ञानिक तौर पर कोरी कल्पना साबित हुई है।
इच्छाधारी तत्व
फिल्मों से बनी यह मान्यता बताती रही है कि सांप इच्छाधारी हेाते हैं व वे रूप बदलकर अपना कार्यसिद्ध करते हैं। वैज्ञानिक तत्वों ने इसे सिरे से नकार दिया है।
उड़ांकू सांप
सांपो की किसी भी प्रजाति मे उडने का गुण नही होता है। दरअसल दक्षिण पूर्वी एशिया के वर्षा वनो (रेन फारेस्ट) में एक साँप पाया जाता है जिसका नाम ही फ्लाइंग स्नेक है। ये ऊंचे ऊंचे पेडो पर बिताते है। इन सांपो को जब एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर जाना होता है तो यह अपने शरीर को सिकोड़कर छलांग लगा देते है।
कुछ सांपों के होती हैं मूंछें
सांपो कि एक प्रजाति "हॉर्नड वाईपर" के सिंग तो होते है पर सांप कि किसी भी प्रजाति के मुंछे नही होती है क्योकि सांप रेप्टाइल वर्ग के जीव हैं, इनके शरीर पर अपने जीवन की किसी भी अवस्था में बाल नहीं उगते।
दुमुंहा सांप
कभी कभी जेनेटिक चेंज कि वजह से ऐसे सांप तो पैदा हो जाते है जिनके एक सिर कि जगह दो सिर होते है ऐसा इन्सान सहित इस धरती के किसी भी प्राणी के साथ हो सकता है।
मणिधारी सांप
सांपो से जुडी एक अन्य मान्यता यह है कि कई सांप मणिधारी होते है जीव विज्ञान के अनुसार यह मान्यता भी पूरी तरह से अंधविश्वास है क्योंकि दुनिया में अभी तक 3000 से भी ज्यादा प्रजातियों के करोडो सांप पकडे जा चुके है लेकिन किसी के पास भी इस प्रकार कि कोइ मणि नही मिली।
बहरापन
बीन की धुन पर नचाने का दावा सांप को लेकर भले ही किया जाता रहा हो पर सांप के तो कान ही नहीं होते। दरअसल सांपों की देखने की शक्ति और क्षमता बेहतद कम होती है।
सांप का बदला
मान्यता है कि यदि कोई मनुष्य किसी सांप को मार दे तो मरे हुए सांप की आंखों में मारने वाली की तस्वीर उतर आती है, जिसे पहचान कर सांप का साथी उसका पीछा करता है। वैज्ञानिक द्रष्टिकोण है कि सांप अल्पबुद्धि वाले जीव होते हैं। इनका मस्तिष्क इतना विकसित नहीं होता कि ये किसी घटनाक्रम को याद रख सकें और बदला लें।
दूध पी लेते हैं सांप
सांपो से जुडी हुई हमारी मान्यता रही है कि सांप दूध पीते है। नाग पंचमी और अनेक अवसरो पर उन्हे दूध पिलाते भी है। वैज्ञानिक द्रष्टिकोण से सांप पूरी तरह से मांसाहारी जीव है, ये मेंढक, चूहा, पक्षियों के अंडे व अन्य छोटे-छोटे जीवों को खाकर अपना पेट भरते हैं।