बिहार में पाई जाने वाली इस छिपकली की कीमत है 1 करोड़, होती है इसकी स्मगलिंग
बिहार में पाई जाने वाली इस छिपकली की कीमत है 1 करोड़, होती है इसकी स्मगलिंग
नई दिल्ली, 26 जून: दुनिया में अजूबों से भरी पड़ी है, यहां अनेक दुर्लभ प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं। कुछ तो ऐसे है कि उनकी विशेषता के कारण उनकी खास रखवाली होती है। उनकी खासियत के कारण उनकी बाजार में कीमत होती है इसलिए कई जानवरों ही नहीं खास प्रकार के कीड़ों मकोड़ों और सरीसृप वर्ग के प्राणियों की स्मगनिंग तक होती है। जिसमें एक खास प्रकार की छिपकली भी शामिल है।
इस खास प्रजाति की 1 छिपकली की कीमत 1 करोड़ रुपये
घरों में जिस छिपकली को देखकर लोग डर जाते हैं उसी छिपकली की इस खास प्रजाति की कीमत 1 करोड़ रुपये है। जिसके कारण उसकी बाजार में तस्करी तक होती है क्योंकि इस प्रजाति की 1 छिपकली की कीमत 1 करोड़ रुपये है। इतना ही नहीं इस खास प्रजाति की छिपकली की बाजार में कई बार मुंह मांगी कीमत मिल जाती है।
गीको छिपकली पाने हो जाता है मालामाल
ये खास गीको छिपकली (Gecko Lizards) है जिसकी कीमत बीएमडब्लू जैसी आलीशान कार जितनी है। जिसकी पकड़ में अगर एक दो भी ये छिपकली आ जाती है तो वो शख्स मालामाल हो जाता है।
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भारत में केवल बिहार में पाई जाती है छिपकली
इस गीको छिपकली (Gecko Lizards) की खास बात ये है कि ये दुनिया में केवल दो ही जगहों पर पाई जाती है वो एक है नेपाल और हमारे भारत का बिहार राज्य। ये सुनकर अगर आप इसे ढूढ़कर बेचने की सोच रहे हैं तो ऐसी गलती बिलकुल मत करिएगा क्योंक इसे खरीदना गैर कानूनी है। गीको की कीमत उसके साइज के आधार पर बाजार में आंकर जाती है। जिस किसी स्मगलर के हाथ ये लग जाती है तो वो उसे मुंह मांगी कीमत पर बेचकर खूब मालामाल हो जाता है।
गीको छिपकली की खासियत
गीको छिपकली (Gecko Lizards) पेड़ों में रहने वाली छिपकली है और यह एशिया और कुछ प्रशांत द्वीपों में पाई जाती है। इस छिपकली को अनुसूची -4, वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत रखना या व्यापार करना अवैध है। ये ज्यादातर मांसाहारी छिपकली होती हैं जो अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाए जाते हैं। जेकॉस दुनिया भर में गर्म जलवायु में पाए जाते हैं। ये 1.6 से 60 सेंटीमीटर (0.6 से 23.6 इंच) तक होती हैं। ये कोई समस्या आने पर चहकने वाली आवाज भी निकालती हैं।
जुलाई 2018 में तस्करी करती पकड़ी गई थी ये छिपकली
जुलाई 2018 को ऐसी ही एक करोड़ की छिपकली बरामद की गई थी। इस दुर्लभ छिपकली की तस्करी पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत से बाहर की जा रही थी। आज से लगभग 5 साल पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस सरीसृप की छिपकली की कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी गई थी। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के मद्यमग्राम पुलिस चौकी के तहत बडू इलाके में एक तस्कर के पास से इसके जब्त किया गया था।