डेरा प्रमुख को सिक्खों ने दिखाये काले झंडे
सिरसा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत राम रहिम सिंह पड़ोसी प्रांत राजस्थान में अपने पैतृक गांव गुरूसर मोडिया में आगामी 17 नवम्बर को प्रस्तावित एक बड़े समारोह में शिरक्त करने जा रहे थे कि इसी के मद्देनजर गुरूद्वारा सत्कार सभा,गुरूद्वारा सिक्ख सभा व पंचम लहर सरिखे सिक्ख संगठनों से जुड़े अनुयायी इस मार्ग पर अपना रोष जाहिर करने के लिए खड़े थे। डेरा प्रमुख को मिली जेड प्लस सिक्योरिटी के लिहाज से इस मार्ग पर भारी पुलिस बल व डेरा अनुयायी भी तैनात थे मगर इसी बीच सिक्ख पंथी लोग बाबाके खिलाफ अपना रोष जाहिर करने मे कामयाब हो गए।
डेरा प्रमुख का काफिला जब ऐलनाबाद में दाखिल हुआ तो डा.भीमराव अम्बेडकर चौक पर उनका डेरा अनुयायियों ने नाच गाकर स्वागत किया मगर कुछ ही दूरी पर सिक्ख पंथी लोगों ने उनको काले झण्डे दिखा नारेबाजी कर रोष जताना आरम्भ कर दिया जिससे डेरा प्रमुख की सुरक्षा में लगी पुलिस व अन्य सुरक्षा दंग रह गई। सिक्खों के विरोध का सामना करने डेरा प्रमुख के साथ चल रही गाडिय़ों के अनुयायी उतर आए जिससे मामला ओर गर्मा गया पुलिस ने बात बिगड़ती देख हल्का लाठी जार्च कर भीड़ को खदेड़ा। तत्पश्चात जिला मुख्यालय से भारी पुलिस बल ऐलनाबाद भेजा गया।
बताया जा रहा है कि ऐलनाबाद पुलिस को सिक्ख युवकों द्वारा विरोध दर्ज करने की पूर्व में सूचना थी मगर पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिससे मामला बिगड़ गया। बता दें कि वर्ष 2007 में पंजाब के सलावत पुरा से जाम ए इसां पिलाने से शुरू हुआ डेरा सिक्ख विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी विवाद के चलते डेरा प्रमुख अम्बाला में वर्ष 2007 में एक अदालत पेशी पर जा रहे थे तभी करनाल के पास स्टेपनी कांड हुआ जिसमें वे बाल-बाल बचे थे। इस मामले में अदालत ने हाल ही में कुछलोगों को सजा सुनाई है, इसके बाद से सिक्खों में एक बार फिर डेरा के प्रति गुस्सा बना हुआ है।