Chandra Grahan 2021: इस तारीख को लगेगा साल का अंतिम 'चंद्र ग्रहण', जानिए कहां-कहां दिखाई देगा?
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगने वाला है। ये ग्रहण आंशिक रूप से लगेगा जो कि भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर शाम 05 बजकर 33 मिनट पर खत्म होगा। ये ग्रहण वृषभ राशि में लगने वाला है इसलिए इस बार ये इस राशि के लोगों को तंग कर सकता है, हालांकि ये आंशिक ग्रहण है इसलिए इसका सूतक काल नहीं लगेगा।

साल 2021 में कुल कितने चंद्र ग्रहण लगेगा
आपको बता दें कि इस साल दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगने की बात हुई थी। साल का पहला पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को, पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लग चुका है। जबकि अब आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 शुक्रवार को लगने वाला है , जबकि साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगेगा।
Karwa chauth 2021: इस 'करवा चौथ' पर भेजें दिल छू लेने वाले ये संदेश, पर्व बन जाएगा खास

क्या होता है चंद्र ग्रहण
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रमा पूरी तरह या आंशिक रूप से ढंक जाता है और सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं इसे चंद्र ग्रहण कहते हैं। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण हमेशा 'पूर्णिमा' को लगता है।
चंद्र ग्रहण तीन तरह के होते हैं
- पूर्ण चंद्र ग्रहण
- आंशिक चंद्र ग्रहण
- और
- उपछाया चंद्र ग्रहण
आपको बता दें कि 19 नवंबर को उपछाया चंद्र ग्रहण लगेगा, जिसे कि पेनुमब्रल भी कहते हैं।

कुंवारों और गर्भवती स्त्रियों के लिए अच्छा नहीं ग्रहण
वैसे तो ये भौगोलिक घटना है लेकिन ज्योतिषियों ने इसे ग्रह-नक्षत्रों और राशियों से जोड़ दिया है और इसी वजह से ग्रहण का नाम सुनते ही लोगों के मन में शंका और चिंताएं पैदा हो जाती हैं। चंद्र ग्रहण कुंवारों और गर्भवती स्त्रियों के लिए अच्छा नहीं होता है।
Karva chauth vrat niyam: जानिए करवा चौथ व्रत के नियम और पूजा सामग्री

आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा
ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा को श्राप मिला था इसलिए कुंवारे अगर ग्रहण के वक्त चंद्र दर्शन करते हैं तो उनकी शादी में अड़चने आती हैं। तो वहीं ग्रहण के दौरान बहुत सारी तरंगे निकलती हैं इसलिए बड़े बुजर्ग गर्भवती महिलाओं को ग्रहण से बचने की सलाह देते हैं क्योंकि ये तरंगे गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए सही नहीं होती हैं।