Mango : यूं ही खास नहीं है 'फलों का राजा' आम, नियमित सेवन से सुधरती है सेहत
आम के सीजन में यह जानना काफी दिलचस्प है कि आम खाने से सेहत पर किस तरह के पॉजिटिव प्रभाव पड़ते हैं। पढ़िए 'फलों का राजा' कैसे करता है शरीर का पोषण
ऑरलैंडो, (अमेरिका), 28 मई : गर्मियों के सीजन में पैदा होने वाला आम 'फलों का राजा' कहा जाता है। भारत में आम की कई किस्में पैदा (mango farming) होती हैं। भारत की मिट्टी में उपजे आम की दीवानगी का आलम ये है कि हर साल करोड़ों रुपये के उत्पाद विदेश भी भेजे जाते हैं। एक्सपोर्ट क्वालिटी के आम के अलावा भारत में आम का उपयोग जूस बनाने में भी किया जाता है। सीजन में उपजे आम खाने को लेकर मैंगो फेस्टिवल जैसी पहल भी खूब सुर्खियों में रहती है। बागवानी से जुड़े लोग आम की अलग-अलग किस्मों की प्रदर्शनी भी लगाते हैं। आम के व्यावसायिक पहलू के अलावा मेडिकल साइंस के मुताबिक आम खाने से सेहत पर भी अच्छा असर पड़ता है। सेहत पर आम के पॉजिटिव प्रभाव के संबंध में अमेरिकी शहर फ्लोरिडा में स्टडी की गई है। वनइंडिया हिंदी की इस रिपोर्ट में पढ़ें, आम खाने से सेहत पर किस तरह के सकारात्मक असर पड़ते हैं।
आम सेहत के लिए कितना फायदेमंद ?
फल खाने के शौकीन लोग गर्मियों के समय आम खाने को लालायित दिखते हैं। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में सवाल उठते हैं कि 'फलों के राजा' आम सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। दरअसल, डायबिटिज से पीड़ित लोगों को अक्सर आम से परहेज करने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन यह भी तथ्य है कि फल और सब्जियों का कम सेवन करना मधुमेह और हृदय रोग जैसे बीमारियों को न्योता दे रहा है। इसी बीच दो नए रिसर्च में पाया गया है कि नियमित आम के सेवन से बीमारियों का जोखिम कम होता है। इससे डाइट भी सुधरती है।
शरीर को सेहतमंद बनाता है 'फलों का राजा'
रिसर्च के मुताबिक आम के सेवन से विशेष रूप से दो क्षेत्रों में फायदे होते हैं। रिसर्च के निष्कर्षों की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम का सेवन बेहतर समग्र आहार गुणवत्ता और पोषक तत्वों की पूर्ति से जुड़ा है। कई बच्चों और वयस्कों के शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है, ऐसे में आम का सेवन बच्चों और वयस्कों के शरीर को सेहतमंद बनाता है। रिसर्च के दूसरे प्वाइंट में कहा गया है कि आम खाने से ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार हो सकता है। अन्य मीठे स्नैक्स के विपरीत आम खान से जलन कम (inflammation) हो सकती है। 2021 में 58 फीसद अमेरिकी लोगों ने दिन में कम से कम एक बार आम का सेवन किया।
नियमित
आम
खाने
के
फायदे
बता
दें
कि
आम
वैश्विक
रूप
से
काफी
पसंद
किया
जाने
वाला
फल
है।
लोग
व्यापक
रूप
से
आम
का
सेवन
स्नैक्स
(भोजन
के
बीच
में
छोटा
आहार)
के
रूप
में
करते
हैं।
इस
शोध
में
इस
बात
के
अतिरिक्त
सबूत
मिले
हैं
कि
नियमित
रूप
से
आम
का
सेवन
करने
से
स्वास्थ्य
लाभ
हो
सकते
हैं।
ऐसे
में
आम
खाना
सांस्कृतिक
रूप
से
खाने
की
प्राथमिकताओं
और
वर्तमान
फूड
पैटर्न
के
लिए
प्रासंगिक
हो
सकता
है।
आम में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तत्व
हाल के एक अवलोकन अध्ययन (observational study) में आम का सेवन नहीं करने वाले लोगों की तुलना में आम का सेवन करने वाले लोगों पर पोषक तत्वों का सेवन, आहार की गुणवत्ता और वजन से संबंधित स्वास्थ्य परिणामों पर पॉजिटिव रिजल्ट देखे गए। स्टडी में पता चला है कि जो बच्चे नियमित रूप से आम खाते हैं, उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले विटामिन ए, सी और बी6 के साथ-साथ फाइबर और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। अमेरिका में रहने वाले लोगों के आहार से जुड़ी गाइडलाइन (Dietary Guidelines for Americans) के मुताबिक फाइबर और पोटेशियम 'चिंता के पोषक तत्व' हैं। इसका मतलब, कई अमेरिकी लोगों के शरीर में फाइबर और पोटेशियम जैसे जरूरी तत्वों की कमी है।
आम खाने से गर्भवती महिलाओं को फायदे
बच्चों की तरह आम खाने वाले वयस्कों में भी शोधकर्ताओं ने मिलते जुलते परिणाम पाए। इसका मतलब आम खाने वाले लोगों के शरीर में फाइबर और पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में था। लोगों के रोजाना आम खाने के कारण फाइबर और पोटेशियम के अलावा विटामिन ए, बी 12, सी और ई की कमी भी पूरी हुई। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के शरीर में आम के सेवन से फोलेट की आपूर्ति हुई। यह भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण विटामिन है। आम के सेवन का पॉजिटिव असर ये हुआ कि बच्चों और वयस्कों दोनों को सोडियम और चीनी का कम सेवन करना पड़ा। वयस्कों को कोलेस्ट्रॉल का कम सेवन करना पड़ा।
आम कई प्रकार के व्यंजनों में फिट
आम के फायदे से जुड़ी रिसर्चर यानि पपनिकोलाउ (Yanni Papanikolaou) के मुताबिक आहार और पुरानी बीमारी के बीच मजबूत संबंध होता है। उन्होंने बताया कि फ्लोरिडा के रिसर्च में पता चला है कि आम खाने वाले बच्चों और वयस्कों के शरीर में आम न खाने वालों की तुलना में फाइबर और पोटेशियम का स्तर ऊंचा रहा। उन्होंने कहा कि आम का सेवन करने से आहार गुणवत्ता समग्र रूप से बेहतर होती है।
कम
खाए
जाते
हैं
पूरे
फल
!
पपनिकोलाउ
ने
कहा,
यह
भी
महत्वपूर्ण
है
कि
आम
कई
प्रकार
के
व्यंजनों
में
(diverse
cuisines)
फिट
बैठता
है।
पूरे
फलों
(Whole
fruits)
का
कम
सेवन
किया
जाता
है,
ऐसे
में
लगातार
बढ़
रही
विविधतापूर्ण
आबादी
(growing
diverse
populations)
के
बीच
आम
की
खपत
को
प्रोत्साहित
किया
जा
सकता
है।
समाचार
एजेंसी
एएनआई
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
आम
के
फायदों
पर
रिसर्च
'न्यूट्रिएंट्स
एंड
न्यूट्रिशन,
मेटाबॉलिज्म
एंड
कार्डियोवस्कुलर
डिजिज'
('Nutrients' and
'Nutrition,
Metabolism
&
Cardiovascular
Diseases')
में
प्रकाशित
हुए
हैं।
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