दीपक ने छत पर लगाए 50 फलों के पेड़, इनकी महक-स्वाद लाजवाब, देखने वाले हो रहे दीवाने
नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश)। फल-फूल-सब्जी प्रकृति द्वारा प्रदान किए गए वो खाद्य हैं, जिनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। धरती पर चाहे किसी भी हिस्से के मनुष्य हों, हर कोई अपने पास फल-फूल-सब्जी चाहता है। बढ़ता ग्लोबल वॉर्मिंग इंसानी जिंदगियों के लिए बड़ा संकट हो सकता है, किंतु ऐसे में बहुत-से लोग जिनके पास खुद की खेती-क्यारी नहीं है, वे टेरेस गार्डनिंग से कमाल कर दे रहे हैं।
दीपक की फलों वाली छत
अब दीपक की छत को ही देखिए, इन्होंने 50 फलों की पेड़-पौधे लगा रखे हैं। इन फलों के पेड़-पौधे तथा झाड़ियों की शोभा देखते ही बनती है। अड़ोस-पड़ोस के लोग उनकी गार्डनिंग के दीवाने हो गए है, वे छत पर आने के लिए बहाने ढूंढते हैं। वहीं, दीपक ने फल सब्जियों को ही अपनी जीविका बना लिया है। अब वह फल सब्जियां आॅनलाइन सेल करते हैं। इसके अलावा उन्होंने फ्रूट-प्रोडक्ट एवं नर्सरी की तरह पेड़-पौधे तैयार करके बेचना शुरू कर दिया है।
टेरेस गार्डर्निंग ही बन गई पहचान
दीपक के यूट्यूब चैनल (Terrace & Gardening) को यूट्यूब ने सत्यापित कर दिया है और उस पर हजारों सब्सक्राइबर्स हो गए हैं। दीपक बताते हैं कि, उन्होंने कुछ ही हजार रुपये की लागत से अपना टेरेस गार्डन शुरू किया था। धीरे धीरे उन्हें ऐसी कामयाबी मिलती चली गई कि लोग ताज्जुब करने लगे। दीपक खुद की पहचान एक टैरेस माली के रूप में बताते हैं।
समझाते हैं फल-सब्जियों के उत्पादन की बारीकियां
दीपक कहते हैं कि, मैं यूट्यूब पर होम गार्डनिंग टिप्स, ट्रिक्स और आइडिया भी साझा करता हूं। टैरेस वेजिटेबल गार्डन कैसे बनाएं, गमले में पौधे कैसे उगाएं, घर पर ऑर्गेनिक सब्जियां कैसे उगाएं, बीज अंकुरण, कटिंग, उर्वरक, मिट्टी के प्रकार, गार्डन-सजावट, मॉडर्न गार्डनिंग के लिए तकनीक क्या-क्या हों, इस बारे में भी लोगों को बताता हूं। उन्होंने कहा, "छत के ऊपर की जाने वाली बागवानी को 'टेरिस गार्डनिंग' या 'रूफटॉप गार्डनिंग' कहा जाता है। यही मैं करता हूं। आप मेरे टेरेस एंड गार्डनिंग चैनल पर विस्तार से जान सकते हैं।"
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वीडियो में देखिए कैसे हुए कामयाब
50 फलों के पेड़-पौधों के लिए उन्होंने कई महीने तक तैयारी की। उन्होंने तरह-तरह की मिट्टी जुटाई और पानी की समुचित व्यवस्था की। आम, अमरूद, सेब, अनार, पपीता, केला, ड्रेगन फ्रूट और अनानास जैसे फल लटक रहे हैं। अब उनकी इस गार्डनिंग से उन्हें अच्छी कमाई हो रही है।