सबको पसंद आ रहा रीवा के सुंदरजा आम का स्वाद, विदेशों में भी आ रही डिमांड
रीवा, 20 मई: आम के शौकीनों के बीच मध्य प्रदेश के रीवा जिले का सुंदरजा आम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। रीवा के गोविंदगढ़ के बगीचों में होने वाला सुंदरजा आम प्रदेश में तो पंसद किया ही जा रहा है, देश के दूसरे हिस्सों में भी इसका स्वाद पहुंच गया है। देश ही नहीं विदेशों में से भी सुंदरजा आम की डिमांड आ रही हैं। इस आम के इतना ज्यादा पसंद किए जाने की सबसे बड़ी वजह ये है कि इस आम का उपयोग डायबिटीज के मरीज भी कर सकते हैं। इस आम की खासियत ये भी है कि सुंदरजा रेशे नहीं होते हैं।
सुंदरजा आम कहां मिलता है
सुंदरजा आम पहले तो रीवा जिले के गोविंदगढ़ किला परिसर के बगीचे में हुआ करता था। अब ये पूरे गोविंदगढ़ इलाके के साथ रीवा के कुठुलिया फल अनुसंधान केंद्र में भी बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। कहते हैं कि गोविंदगढ़ के बागों की मिट्टी में ये करिश्मा है कि यहां सुंदरजा हल्का सफेद रंग का होता है जबकि रीवा के कुठुलिया फल अनुसंधान केंद्र में हल्का हरा होता है।
विदेश तक पहुंचा सुंदरजा
रीवा के गोविंदगढ़ किला परिसर में स्थित बगीचे में सुंदरजा आम राजा रजवाड़ों की खास पसंद माना जाता था लेकिन अब दिल्ली, मुंबई, छत्तीसगढ़, गुजरात सहित कई राज्यों के लोग एडवांस आर्डर देकर मंगवाते है। इतना ही नही विदेशों में खूब पसंद किया जाता है। खासतौर से फ्रांस इंग्लैंड अमेरिका अरब देशों में इसकी काफी डिमांड है।
सुंदरजा के नाम पर जारी हुआ था डाक टिकट
इस आम की खुशबू इतनी इतनी जबरदस्त है। कि आप आंख बंद करके भी इसकी खुशबू से पहचान कर सकते हैं। फल अनुसंधान केंद्र रीवा के वैज्ञानिकों का मानना है कि सुंदरजा आम गोबिंदगढ़ की मिट्टी का भी कमाल है। इस मिट्टी में उगने वाले पेड़ो से निकलने वाले फल स्वाद लाजवाब है। बता दें कि सुंदरजा आम इतना लोकप्रिय है सन 1968 में इस आम के नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था।
राज ठाकरे ने अयोध्या दौरे को टाला, भाजपा सांसद ने कहा था शहर में घुसने नहीं देंगे