कोरोना के बीच ISL के फॉर्मेट में खेला जायेगा IPL 2022, भारत में मेजबानी पर BCCI ले सकता है बड़ा फैसला
नई दिल्ली। दुनिया भर में लोगों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहे कोरोना वायरस के नये वैरिएंट के ओमिक्रॉन का कहर भारत में भी देखने को मिल रहा है, जिसके चलते इसे देश में तीसरी लहर की दस्तक के रूप में भी देखा जा रहा है। भारत में अब तक जितनी बार भी कोरोना वायरस की लहर ने अपना प्रकोप दिखाया है उतनी बार खेल जगत को पूरी तरह से बंद करना पड़ा है। पहली दस्तक के दौरान भारत और साउथ अफ्रीका की सीरीज को रोक दिया गया और बाद में आईपीएल 2020 को यूएई में कराने का फैसला किया गया। 2021 के दौरान जब दूसरी लहर ने दस्तक दी तो आईपीएल का आयोजन भारत में ही किया जा रहा था, लेकिन बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए टूर्नामेंट को बीच में ही रोकना पड़ा और फिर से बचे हुए मैचों के लिये यूएई जाना पड़ा।
ऐसे में जब एक बार फिर से कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन ने कहर बरपाना शुरू किया है तो बीसीसीआई एक बार फिर से शटडाउन की तरफ बढ़ गया है। बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट के तहत खेले जा रहे टूर्नामेंट को फिलहाल स्थगित कर दिया है। हालांकि भारत को अगले महीने वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ घर पर द्विपक्षीय सीरीज की मेजबानी करनी है तो वहीं पर आईपीएल को लेकर भी बोर्ड इस बार यूएई नहीं जाना चाहता है।
आईएसएल की तर्ज पर खेला जायेगा आईपीएल
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई इन टूर्नामेंट के आयोजन के लिये प्लान बी की तैयारी कर रहा है, जिसके चलते अगर कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते वो अपने तय फॉर्मेट के हिसाब से टूर्नामेंट नहीं करा सकता तो वो भारतीय फुटबॉल की सबसे बड़ी लीग आईएसएल के प्रारूप को अपना सकता है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के आने के बाद से हीरो इंडियन सुपर लीग का आयोजन देश के अलग-अलग शहरों के बजाय सिर्फ गोवा के मैदानों पर ही किया जा रहा है, ऐसे में बीसीसीआई कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए टूर्नामेंट को अलग-अलग शहरों में आयोजित करने के बजाय किसी एक शहर में शिफ्ट कर सकती है, जिसके पास कई स्टेडियम मौजूद हों।
रिपोर्ट के अनुसार,'बीसीसीआई लीग के आयोजन के लिये प्लान बी की तैयारी कर रहा है, जिस तरह से देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बीसीसीआई मुंबई को आईपीएल सेंटर के रूप में इस्तेमाल करे। फिलहाल बीसीसीआई के पास दो विकल्प मौजूद हैं, या तो वो 10 टीमों के लिये 10 सेंटर्स बनाये या फिर मुंबई में सिर्फ 3 सेंटर्स के साथ खेले। बोर्ड अभी तक यूएई जाने के बारे में नहीं सोच रहा है, हालांकि अगर बोर्ड यूएई जाने का फैसला करता है तो टूर्नामेंट का आगाज 2 अप्रैल के बजाय 25 मार्च से होगा, जिसका सिर्फ एक ही कारण है कि हम कम से कम डबल हेडर और दिन के मैच देखने को मिलें।'
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ऐसे होगी वेस्टइंडीज सीरीज की मेजबानी
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम फिलहाल साउथ अफ्रीका दौरे पर खेलने पहुंची है, जहां से लौटने के बाद उसे पहले वेस्टइंडीज टीम के साथ 3 मैचों की वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है। सीरीज का आगाज 6 फरवरी से अहमदाबाद के मैदान पर होना है, जिसके बाद प्रस्तावित शेड्यूल के अनुसार 6 शहरों में इस द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन किया जायेगा। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे अलग-अलग शहरों में आयोजित करने के बजाय अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ही सभी मैच कराने पर विचार कर रहा है, इससे कोरोना वायरस के खलल के चांसेस कम हो जायेंगे।
श्रीलंका सीरीज में ही होगा बदलाव
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका की मेजबानी करने के बाद भारतीय टीम को श्रीलंका के खिलाफ 2 टेस्ट और 3 टी20 मैचों की मेजबानी करनी है, जिसके लिये बेंगलुरू, मोहाली, धर्मशाला और लखनऊ के मैदानों को चुना गया है। हालांकि अगर परिस्थितियों में सुधार नहीं होता है तो बीसीसीआई इस सीरीज को भी 2 मैदानों पर सीमित कर सकती है। इसके तहते बेंगलुरू और मोहाली में टेस्ट मैचों का आयोजन करने के बाद टी20 सीरीज को भी मोहाली में ही आयोजित किया जा सकता है।