तीन वर्ष बाद नेपाल की यात्रा पर गया कोई पाकिस्तानी पीएम, नेपाली पीएम ओली से मिले अब्बासी
पाकिस्तान के राष्ट्रपति शाहिद खाकन अब्बासी अपनी पहला आधिकारिक यात्रा पर नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंच चुके हैं। खाकन दो दिनों के लिए नेपाल में हैं। जो जानकारी पाकिस्तान के पीएमओ की ओर से दी गई है उसके मुताबिक खाकन नेपाल के नए पीएम केपी शर्मा ओली को बधाई देने के लिए नेपाल आए हैं।
काठमांडू। पाकिस्तान के राष्ट्रपति शाहिद खाकन अब्बासी अपनी पहला आधिकारिक यात्रा पर नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंच चुके हैं। खाकन दो दिनों के लिए नेपाल में हैं और जो जानकारी पाकिस्तान के पीएमओ की ओर से दी गई है उसके मुताबिक खाकन नेपाल के नए पीएम केपी शर्मा ओली को मिलकर उन्हें इस पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए बधाई देने के लिए काठमांडू आए हैं। वहीं विशेषज्ञ इसे उनका एक ऐसा कदम मान रहे हैं जिसके तहत वह भारत के खिलाफ रणनीति तैयार करना चाहते हैं। नेपाल के पीएम ओली ने 15 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।
मोदी को नहीं पाक पीएम को दिया इनवाइट
यहां पर यह बात गौर करने वाली है कि नेपाल के नए पीएम ओली ने पाकिस्तान के पीएम शाहिद खाकन को नेपाल आने का आमंत्रण दिया था। ऐसे में अब्बासी पहले विदेशी नेता हैं जो ओली के पद संभालने के बाद नेपाल पहुंच हैं। अब्बासी नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी से भी मुलाकात करेंगे। वह ओली के साथ-साथ नेपाली अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे। अब्बासी के साथ ही कोई पाकिस्तानी पीएम तीन साल के बाद नेपाल की यात्रा पर गया है। सोमवार को नेपाली पीएम ओली और पाकिस्तान के पीएम शाहिद खाकन की मुलाकात हुई।
सार्क सम्मेलन को आयोजित करेंगे नेपाल-पाक
काठमांडू पोस्ट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों के सार्क सम्मेलन को दोबारा प्रभाव में लाने पर सहमति भी बनी। अब्बासी ने 19वें सार्क सम्मेलन की मेजबानी की इच्छा जाहिर की तो दूसरी तरफ नेपाल से इसके पक्ष में माहौल बनाने को कहा। गौरतलब है कि 19वां सार्क सम्मेलन साल 2016 में पाकिस्तान में ही होना था लेकिन जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने इसका बायकॉट कर दिया था। भारत के इनकार के बाद बांग्लादेश और अफगानिस्तान ने भी सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया था और दोनों देशों के पीछे हटने के बाद इस सम्मेलन को टाल दिया गया था। सूत्रों की मानें तो अब पाकिस्तान और नेपाल साथ मिलकर इस सम्मेलन का आयोजन कर सकते हैं।
चीन के साथ संबंध गहरे करने के लिए बेकरार ओली
नेपाल के नए पीएम ओली, चीन के करीबी हैं और चीन, पाकिस्तान का दोस्त है। ऐसे में अब्बासी की इस यात्रा को भारत के खिलाफ उठाया गया कदम माना जा रहा है। पिछले दिनों ओली ने कहा था कि वह चीन के साथ संबंधों को और मजबूत और गहरा करना चाहते हैं। उनके मुताबिक वह चीन के साथ रिश्तों को और गहरा करने के लिए नए मौकों को तलाशेंगे। इसके साथ ही ओली ने यह भी कहा कि जहां वह चीन साथ संबंधों को और गहरा करना चाहते हैं तो वहीं भारत के साथ समझौतों में अधिक फायदा लेंगे।
भारत को ओली की चेतावनी
ओली ने कहा कि वह बदलते समय के साथ भारत के साथ संबंधों में भी बदलाव करना चाहते हैं। ओली ने कहा कि भारत के साथ हमारी बेहतरीन कनेक्टिविटी है, खुले बॉर्डर हैं। यह सब तो ठीक है, हम कनेक्टिविटी और बढ़ाएंगे भी लेकिन हम यह नहीं भूल सकते कि हमारे दो पड़ोसी हैं। हम किसी एक देश पर ही निर्भर नहीं रहना चाहते न कि सिर्फ एक विकल्प पर।