इमरान खान ने प्रधानमंत्री आवास को भी रेंट पर लगाया, जानिए कैसे करेंगे कमाई ?
इस्लामाबाद, 3 अगस्त: पाकिस्तान बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है, यह बात खुद पाकिस्तानी पीएम इमरान खान भी मानते हैं। वह ज्यादातर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए चीन से मिलने वाले फंड के ही भरोसे हैं। पैसे की किल्लत के चलते वहां कई कल्याणकारी योजनाएं अटकी पड़ी हुई हैं। अब इमरान खान ने अपने सरकारी आवास को ही किराए पर देने का फैसला कर लिया है। इसे अलग-अलग समारोहों के लिए रेंट पर लगाया जाएगा। इससे पहले वो इसमें पोस्ट ग्रैजुए इंस्टीट्यूट खोलना चाहते थे। लेकिन, लगता है कि रेंट पर देने में ज्यादा पैसे जुटने की संभावना है इसीलिए यह फैसला लिया गया है। वैसे दो साल पहले भी इमरान खान के आधिकारिक आवास को किराए पर शादी समारोह के लिए दिया जा चुका है, जिसमें खुद इमरान भी दावत खाने पहुंचे थे। बता दें कि इमरान ने सरकारी बंगले के रखरखाव का खर्चा बचाने के लिए पहले ही उसे खाली कर रखा है और अपने निजी आवास में रहकर ही काम चलाते हैं।
किराए पर लगेगा इमरान खान का सरकारी बंगला
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बहुत ही बड़ी शर्मिंदगी की बात है कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को किराए पर देने का फैसला किया है। शुरू में पाकिस्तान सरकार उसमें एक पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट खोलना चाहती थी, लेकिन अब उसे रेंट पर देना मुनासिब समझा गया है। इमरान खान के कैबिनेट ने तय किया है कि अब पीएम के सरकारी आवास को सांस्कृतिक, फैशन, एजुकेशनल और दूसरे कार्यक्रमों के लिए किराए पर दिया जाएगा और उससे हुई कमाई से सरकारी खजाने के लिए फंड जुटाए जाएंगे। इस काम को अमलीजामा पहनाने के लिए इमरान ने दो कमिटियां बनाई हैं, जो यह देखेंगी कि पीएम आवास को रेंट पर लेने वाले लोग जरा तमीज से पेश आएं, ताकि इस फैसले से मुल्क की शान में बट्टा न लग जाए।
रखरखाव पर 47 करोड़ से ज्यादा का है खर्चा
दरअसल, 2018 में ही पाकिस्तान की सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) की सरकार ने ऐलान किया था कि प्रधानमंत्री के आलीशान आवास को खाली कर दिया जाएगा। पीएम हाउस ही नहीं पीटीआई सरकार ने यह भी कहा था कि अब वहां के गवर्नर भी आलीशान गवर्नग हाउस में नहीं रहेंगे। यह घोषणा इसलिए की गई थी कि इन आवासों के रख-रखाव पर जो खर्च आता है, उसे बचाकर कल्याणकारी योजनाओं में लगाया जाएगा, क्योंकि मुल्क भयंकर आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। तब पाकिस्तान के शिक्षा मंत्रा शफ्कत मेहमूद ने बताया था कि पीएम हाउस के मेंटेनेंस पर 47 करोड़ रुपये (पाकिस्तानी) की लागत आती है, इसीलिए इमरान उसे खाली करके वहां इंस्टीट्यूट खोलना चाहते हैं।
Recommended Video
गवर्नर हाउस को भी म्यूजिम में तब्दील करने की बात
पाकिस्तान सरकार की ओर से तब यह भी बताया गया था कि लाहौर में गवर्नर हाउस को म्यूजियम और आर्ट गैलरी, कराची के गवर्नर हाउस को भी म्यूजियम और मरी स्थित पंजाब हाउस को टूरिस्ट कॉम्पलेक्स में तब्दील किया जाएगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनते ही इमरान ने माना था कि उनकी सरकार के पास कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं है, जबकि मुल्क में कुछ लोग औपनिवेशिक काल के आकाओं की तरह आलीशान जीवन जीते हैं।
इसे भी पढ़ें- J&K: बुरी फंसी सैकड़ों पाकिस्तानी महिलाएं, इस वजह से मुल्क लौटना भी हुआ मुश्किल
पहले भी शादी के लिए किराए पर दिया जा चुका है पीएम हाउस
बता दें कि इमरान खान अभी इस्लामाबाद के रावल लेक के पूर्वी तट पर बने अपने बानी गाला वाले आवास में रहते हैं और सरकारी काम के लिए सिर्फ पीएम के दफ्तर का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, अब उनका सरकारी आवास किराए पर लगाया जाएगा, लेकिन 2019 में भी उसे एक शादी समारोह के लिए किराए पर दिया जा चुका है। यह तब हुआ था, जब खान उसमें इंस्टीट्यूट खोलने की घोषणा कर चुके थे। उसमें ब्रिगेडियर वसीम इफ्तिखार चीमा की बेटी अनम वसीम की शादी हुई थी। चीमा इमरान के मिलिट्री सेक्रेटरी हैं और खुद पाकिस्तानी पीएम ने भी उस भव्य समारोह में शिरकत की थी।