पाकिस्तान: गुंजरावाला में ईसाई महिला और बेटे की mob lynching, इमरान सरकार खामोश
लाहौर। पाकिस्तान में एक बार फिर से अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया गया है। यहां पर गुंजरावाला में ईसाई समुदाय की एक महिला को उसके बेटे के साथ भीड़ ने पीट-पीटकर मारा डाला है। पाकिस्तान में एक हफ्ते में यह दूसरी घटना है जिसमें ईसाई समुदाय को निशाना बनाया गया है। इस घटना के साथ ही पाक में अल्पसंख्यक समुदाय पर होने वाला अत्याचार सबके सामने आ गया है।
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लगातार अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले
गुंजरावाला पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आता है। यहां पर एक महिला यास्मिन और उसके बेटे उस्मान मसीह को भीड़ ने मारा डाला है। भीड़ को मोहम्मद हसन नामक शख्स उकसाने का काम कर रहा था। बताया जा रहा है कि महिला और उसके बेटे को ईशनिंदा के आरोपों के चलते मारा गया है। फिलहाल इस घटना पर न तो अभी तक पाकिस्तान की मीडिया की तरफ से कोई जानकारी दी गई है और न ही प्रांतीय सरकार की तरफ से कुछ कहा गया है। पिछले दिनों यहां पर 13 साल की एक बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। बच्ची ईसाई समुदाय की थी और उसे जबरन इस्लाम कुबूल करवाया गया था। इसके बाद उसकी शादी एक वृद्ध व्यक्ति के साथ उसकी शादी करा दी गई थी
पाक में जारी हैं विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद से ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय में काफी नाराजगी थी। इस बच्ची जिसका नाम रजा था, उसे 13 अक्टूबर को उसके पड़ोस में रहने वाला शख्स अपहरण करके ले गया था। इस शख्स का नाम अली अजहर बताया जा रहा है। कहा तो यहां तक गया कि अजहर ने जो डॉक्यूमेंट्स दिखाए उसमें उसकी उम्र उसने 18 साल बताई थी। रजा के माता-पिता को बच्ची धर्मांतरण और उसकी शादी के बारे में बताया गया। 27 अक्टूबर को सिंध हाई कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई और कोर्ट ने शादी को अवैध मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे।