पुलवामा हमला: याद आने पर शहीद बेटे की फोटो गोद में लेकर सोती हैं मां, सबसे पहले उनके कमरे में जाती है चाय
Pulwama Attack: पुलवामा में सीआरपीएफ काफिल पर हुए हमले को आज दो साल पूरे हो गए। ऐसे में पूरा देश नम आंखों से शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है। साथ ही जगह-जगह पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस हमले में हमने देश के 40 वीर सपूतों को खोया था, जिसमें पंजाब के कांस्टेबल कुलविंदर सिंह भी शामिल थे। उनके मां-बाप को इकलौते बेटे के जाने का दुख तो है ही लेकिन वो उनकी शहादत पर गर्व महसूस करते हैं।
भावुक हो गए माता-पिता
कुलविंदर सिंह पंजाब के रोपड़ जिले के रहने वाले थे। दूसरी बरसी पर जब मीडिया कुलविंदर के घर पहुंचा तो उनके माता-पिता भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उनके बेटे में बचपन से देश सेवा का जज्बा था। जिस वजह से वो सीआरपीएफ में शामिल हुए। 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में वो शहीद हो गए लेकिन उनकी यादें अभी भी उनसे जुड़ी हैं। उनके कमरे में बेड पर उनकी फोटो आज भी रखी है। कुलविंदर के पिता ने कहा कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी जान दी, जिस वजह से उन्हें काफी गर्व महसूस होता है।
कमरे को सजाकर रखा
कुलविंदर की मां के मुताबिक उनका इकलौता बेटा शहीद हो गया, ऐसे में अब बुढ़ापे में उनके पास कोई नहीं बचा है। मौत के बाद भी कुलविंदर का कमरा वैसे का वैसा है। उनके बिस्तर पर और दिवारों पर उनकी फोटो लगी हुई है। उनकी मां रोज अपने बेटे के बिस्तर की चादर बदलती हैं। साथ ही वहां पर दीया जलाती हैं। कुलविंदर की मां ने बताया कि जब भी उनको अपने बेटे की याद आती है, तो वो उनकी तस्वीर को गोद में रखकर सो जाती हैं।
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बेटे के लिए भी बनती है चाय
जब कुलविंदर छुट्टियों पर घर आते, तो वो अपने माता-पिता के साथ बैठकर चाय पीते थे। कुलविंदर की मां आज भी उन्हें अपने पास समझती हैं। रोजाना सुबह घर में तीन कप चाय बनती है। इसमें एक कप चाय कुलविंदर के कमरे में पहुंचाई जाती है, इसके बाद उनके माता-पिता चाय पीते हैं। कुलविंद ने जो कप, मेडल आदि जीते थे उसे भी उनके कमरे में सजाकर रखा गया है।