जानिए क्यों गोद लिया मोदी ने जयापुर गांव?
वाराणसी। आज देश के पीएम नरेन्द्र मोदी पीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद सांस्कृतिक नगरी काशी पहुंचे हैं। यहां के जयापुर गांव में बोलते हुए मोदी ने वो कारण बताया जिसके कारण मोदी ने इस गांव को गोद लिया। मोदी ने कहा कि मैं मीडिया में लगातार सुन रहा हूं कि मैंने संघ के कहने पर जयापुर गांव को गोद लिया है। जिसके कारण कई तरह की बातें इस बारे में हो रही हैं।
लेकिन मैं आज बताना चाहता हूं कि भाईयो और बहनों मैंने जयापुर गांव को ही क्यों गोद लिया? तो सुनिए जब मैं यहां अपने चुनावी नामांकन के लिए आया था तभी उसी दिन मैंने सुना था कि इस गांव में हाईटेंशन तार गिरने से में 5 लोगों की मौत हो गई है जिसके कारण तभी मैंने सोचा था कि इस गांव के लोगों की मदद करनी चाहिए और मैंने तभी प्रण कर लिया था कि इस गांव को गोद लूंगा। मालूम हो कि मोदी ने जयापुर गांव को 'सांसद आदर्श ग्राम योजना' के तहत गोद लिया है।
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यहां आपको बताते चलें कि जयापुर गांव बेहद ही बदहाल है। ना तो यहां सड़क है, ना ही अस्पताल, बच्चियों को पढ़ने के लिए 8 किमी पैदल या साईकल से चलकर जाना होता है ताकि वो मेनरोड से सिटी बस पकड़कर स्कूल जा सकें। इसलिए मोदी के ऐलान के बाद इस गांव के लोग बहुत ज्यादा खुश और उम्मीद लगाये बैठे हैं कि शायद अब उनके भी अच्छे दिन आने वाले हैं।
बदहाली का शिकार जयापुर गांव
मोदी ने कहा कि मैं इस गांव को गोद नहीं ले रहा, बल्कि यह गांव खुद मुझे गोद ले रहा है। मोदी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि आप मुझे गोद लीजिए और बताइए कि यहां क्या-क्या बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांव को स्वच्छ रखने में सभी को आगे आना चाहिए। यहां के बुजुर्गो से सीखने का मौका मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आदर्श ग्राम योजना को लेकर कुछ गांवों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हो गई है।
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उन्होंने कहा, "आदर्श ग्राम के तहत गोद लेने के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही है। मैं लोगों को एक बात स्पष्ट कर दूं कि इस योजना में सरकार एक भी पैसा नहीं देगी, क्योंकि जिस योजना में सरकार से पैसा आ जाता है वहां लूटने वाले भी पहुंच जाते हैं।"
आदर्श ग्राम के तहत गोद लेने के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही है
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं यहां ऐसा माहौल बनाना चाहता हूं, जिसमें जयापुर का एक-एक नागरिक यह तय करे कि वह गांव को गंदा नहीं होने देगा।उन्होंने कहा कि सामाजिक भागीदारी से ही गांव में बदलाव आएगा और इसके लिए खुद गांव वालों को ही आगे आकर पहल करनी होगी। मालूम हो कि पीएम मोदी बनारस दो दिन के दौरे पर हैं।