LAC पर स्थिति अभी भी सामान्य नहीं, और सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत, बोले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को कहा कि स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है। इसको लेकर कुछ सकारात्मक कदम उठाए गए हैं।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को कहा कि स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है। इसको लेकर कुछ सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ और सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत है। जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि एलएसी पर स्थिति सामान्य हो।
इससे पहले भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने अपने एक महत्वपूर्ण कैडर पशु परिवहन विंग के संगठन में बहुत ही महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस विंग में ऐसे जानवर शामिल होते हैं, जो चुनौती भरे दुर्गम बर्फीली और पहाड़ी इलाकों में तैनात जवानों तक हर जरूरी सप्लाई पहुंचाने की जिम्मेदारी अपने कंधे पर लिए हुए हैं। चाहे मौसम कितना भी विपरीत हो, शून्य से कितनी ही डिग्री तापमान नीचे हो, बर्फ का बवंडर उठा हो, आईटीबीपी का यह दस्ता अपनी ड्यूटी में जुटा रहता है। क्योंकि, इनके ऊपर जवानों को किसी तरह की दिक्कत ना हो, उसे निभाने की जिम्मेदारी है।
पाकिस्तान जेल में कैद छह भारतीय कैदियों की मौत
वहीं पाकिस्तान जेल में कैद छह भारतीय कैदियों की पिछले 9 महीनों में मौत हो गई है। इस बात की जानकारी शुक्रवार को हुए एक प्रेस कान्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मरने वालों में पांच मछुआरे शामिल हैं। अरिंदम बागची ने कहा कि इन सभी लोगों ने अपनी सजा पूरी कर ली थी। भारत के द्वारा उनकी देश वापसी की अपील के बावजूद उन्हें गैरकानूनी ढंग से हिरासत में रखा गया। बावजूद इन सभी की मौत यह दर्शाता है कि हालात बेहद खराब हैं।
भारतीय कैदियों को तुरंत रिहा करके भारत भेजा जाए
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान में भारतीय कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने का जिम्मा पाकिस्तान का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय कैदियों की पाकिस्तान में कैद के दौरान मृत्यु के बढ़ता मामला चिंता की बात है। भारतीय कैदियों की सुरक्षा का मुद्दा इस्लामाबाद में हमारे हाई कमीशन द्वारा बार-बार उठाया गया है। पाकिस्तान सरकार से अपील है कि सभी भारतीय कैदियों को तुरंत रिहा करके भारत भेजा जाए।
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