सड़क सुरक्षा: तीन दोस्तों ने मिलकर बनाया अनोखा हेलमेट डिवाइस, फीचर्स जान आप भी हो जाएंगे हैरान
छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को नई चीजें इजाद करने की खबरे आपने बहुत सुनी होगी लेकिन प्रदेश के कबीरधाम जिले में कॉलेज की पढ़ाई कर रहे गांव के तीन युवाओं ने मिलकर एक ऐसी तकनीक बनाई है।
कबीरधाम, 19 अगस्त। छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को नई चीजें इजाद करने की खबरे आपने बहुत सुनी होगी, लेकिन प्रदेश के कबीरधाम( कवर्धा) जिले में कॉलेज की पढ़ाई कर रहे गांव के तीन युवाओं ने मिलकर एक ऐसी तकनीक बनाई है। जिसकी खासियत जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इन युवाओं का दावा है, की इस खोज से सड़क दुर्घटनाओं पर कमी आएगी। इस अविष्कार के लिए परिवहन मंत्री मो. अकबर ने छात्रों की तारीफ की है।
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देशभर में दुर्घटनाओं में आएगी कमी
दअसल दोपहिया वाहन चालकों के शराब पीकर वाहन और हेलमेट का उपयोग नहीं करने से सड़क दुर्घटनाओं की खबरें आम हो चुकी है, रोजाना देश में सैकड़ों लोगों की मौत इन हादसों में होती है। सड़क हादसों में होने वाली मौतों का आंकड़ा साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है। इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई प्रयास भी किए जा रहे हैं। लेकिन इसे रोकने के लिए छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के तीन युवक सामने आए हैं। इन युवाओं ने सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोकने के लिए एक खास तरह का हेलमेट तैयार किया है।
परिजन की हुई मौत, हादसे से मिला सबक
दरअसल इस तरह के डिवाइस को तैयार करने की इच्छा इन तीनो युवकों में तब हुई जब इनमें से एक युवक युवराज के एक परिजन की दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई, इस हादसे से उसका पूरा परिवार बेसहारा हो गया। इस तरह से रोज कई सड़क हादसों में कितने परिवारों के मुखिया की मौत हो जाती है। इससे सबक लेकर युवाओं ने इस डिवाइस को तैयार करने की योजना बनाई।
कॉलेज में पढ़ रहे इन युवकों ने तैयार किया हेलमेट
आपको बता दें कि इस खास हेलमेट का अविष्कार किसी इंजीनियनिर या आईटी के छात्रों ने नही बल्कि कवर्धा जिले के एक छोटे से गांव छांटा के रहने वाले तीन युवाओं ने किया है। ये तीनो के परिवारों की आर्थिक स्थिति कुछ खास नही है। तीनों का परिवार खेती-बाड़ी पर आश्रित है। इन युवाओं का नाम है हीरेंद्र पटेल, भूपेंद्र और युवराज तीनो ने 12वीं पढ़ाई एक साथ कि अब 12 के बाद कॉलेज में दाखिला लिया है। लेकिन कॉलेज के इन तीन छात्रों के हुनर को देख अच्छे-अच्छे आश्चर्यचकित हैं।
जानिए क्या है हेलमेट की खाशियत
इस हेलमेट को तैयार करने के लिए युवओं ने बाइक के मायलोमीटर में अपने द्वारा तैयार किए गए एक डिवाइस को इंस्टाल किया है। एक डिवाइस हेलमेट में भी लगा होता हैं। हमने जब इन दोनों किट के बारे में युवाओं से पूछा तो हीरेन्द्र हमे बताया कि जब कोई बिना हैलमेट पहने बाईक को स्टार्ट करने का प्रयास करेगा तो बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी। लेकिन हेलमेट पहनकर बाइक में सेल्फ दबाते ही बाइक स्टार्ट हो जाती है। दूसरा टेस्ट करते हुए उन्होंने बताया कि हेलमेट में लगा किट शराब की गंध को पहचानता है , जिससे शराब के नशे में गाड़ी स्टार्ट करने पर गाड़ी स्टार्ट नही होगी, गांव के एक युवक ऐसा करके दिखाया, पहले हेलमेट पहनकर बाइक स्टार्ट किया तो बाइक स्टार्टहो गई। लेकिन जब एल्कोहल हल्की सी स्प्रे की गई और जब युवक ने हेलमेट पहनकर बाइक चालू की तो वह स्टार्ट ही नहीं हुई। और इंडिकेटर बजने लगा।
इन दो फीचर्स ने बनाया खास
दरअसल छात्र ऑनलाइन ऑर्डर के माध्यम से अपने डिवाइस के लिए विशेष किट मंगाते हैं। और सबको मिलाकर अपना डिवाइस तैयार करते हैं। इन छात्रों ने बताया कि इस अविष्कार के पीछे उनका सिर्फ यही उद्देश्य है की तेजी से बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं में कमी आए और सड़क हादसों में असमय होने वाले मौत के आंकड़ों को कम किया जा सके। क्योंकि इन तीनों छात्रों ने जो डिवाइस तैयार किया है उसमें में एक खास तरह का सेंसर लगा हुआ है। जिसमें जब तक आप हेलमेट नहीं पहनेंगे तब तक आप की बाइक स्टार्ट ही नहीं होती। इसके अलावा इस डिवाइस में एक और फीचर भी है की अगर आपने शराब पीकर हेलमेट पहनकर गाड़ी स्टार्ट करते हैं। तो भी गाड़ी स्टार्ट नही होती। गाड़ी ऑटोमेटिक इंडिकेट करती है।
परिवहन मंत्री ने की तारीफ
इन तीनो छात्रों ने अपनी इस खास अविष्कार को पेटेंट कराने की इच्छा लेकर परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर से भी मुलाकात की है। छात्रों की इच्छा है कि इसका पहला उपयोग छत्तीसगढ़ में हो इस खास हुनर का प्रदर्शन इन युवकों ने परिवहन मंत्री के सामने भी किया। वहीं मंत्री मोहम्मद अकबर छात्रों की तारीफ की और कहा कि ऐसे अविष्कार यातायात के दौरान होने वाले हादसों को रोकता है। इसके लिए मंत्री ने जल्द ही इस पर पहल करने का आश्वाशन दिया है।