गेंहू की कटाई खत्म, बड़ी संख्या में दिल्ली की ओर कूच करने को तैयार हुए पंजाब के किसान
पंजाब में गेंहू की कटाई लगभग खत्म हो चुकी है और अब भारी संख्या में पंजाब के किसान और खेतों में काम करने वाले मजदूर कृषि कानून के विरोध में जारी आंदोलन को गति देने के लिए 5 मई को दिल्ली की ओर कूच करने को तैयार हैं।
चंडीगढ़, 4 मई। पंजाब में गेंहू की कटाई लगभग खत्म हो चुकी है और अब भारी संख्या में पंजाब के किसान और खेतों में काम करने वाले मजदूर कृषि कानून के विरोध में जारी आंदोलन को गति देने के लिए 5 मई को दिल्ली की ओर कूच करने को तैयार हैं। पंजाब में किसानों के सबसे बड़े संगठनों में से एक भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहन) और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने आने वाले दिनों में किसान आंदोलन को गति देने के लिए भारी स संख्या में पंजाब के किसानों और मजदूरों को दिल्ली भेजने का ऐलान किया है।
एक तरफ जहां बीकेयू उग्राह 10 मई को भारी संख्या में किसान आंदोलनकारियों को दिल्ली की ओर भेजने की योजना बना रही है वहीं, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने अमृतसर जिले के किसानों और मजदूरों को 5 मई को दिल्ली बॉर्डर पर भेजने की योजना बनाई है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, '5 मई को कम से कम 1 हजार ट्रैक्टर ट्राली और अन्य वाहन अमृतसर से दिल्ली की ओर मार्च करेंगे और इस जत्थे में 10 से 15 हजार किसानों के शामिल होने की उम्मीद है, जो सिंघू-कोंडली बॉर्डर पर पहुंचेंगे। जब से दिल्ली में आंदोलन शुरू हुआ है उसके बाद से यह किसानों का 12वां जत्था है जो दिल्ली जा रहा है। इसके अलावा छोटी-बड़ी संख्या में किसान आंदलनकारी कई गांव से आए दिन दिल्ली आते जाते रहते हैं।'
कानूनों को निरस्त करने तक जारी रहेगा आंदोलन
सरवन सिंह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार इस भ्रम में है कि यह आंदोलन असफल हो जाएगा। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की भीड़ तब तक डटी रहेगी तब तक केंद्र सरकार इन कानूनों को वापस नहीं ले लेती।
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गौरतलब है कि पंजाब, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान केंद्रीय कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर लंबे समय से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।