पीएम नरेंद्र मोदी के साथ क्यों नहीं बैठे लालू यादव, उनकी खुद की पार्टी ही कर रही ये सवाल
पटना में हुए प्रकाश पर्व में नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी एक साथ बैठे थे, लेकिन लालू प्रसाद यादव कुछ केन्द्रीय मंत्रियों और अन्य लोगों के साथ जमीन पर बैठे थे।
पटना। बिहार में गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर हुए एक कार्यक्रम में लालू यादव और उनके बेटों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खाना खाया। लेकिन उनकी पार्टी ने इस बात पर कड़ा विरोध जताया है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ क्यों नहीं बैठे। पटना में हुए प्रकाश पर्व के दौरान एक गुरुद्वारे में लालू प्रसाद यादव फर्श पर तीन केन्द्रीय मंत्रियों और कुछ अन्य के साथ बैठे थे, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे अलग डाइस पर बैठे थे।
एक वरिष्ठ आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है- लालू प्रसाद यादव जमीन पर क्यों बैठे? यह एक महागठबंधन है, तो क्या सभी को साथ नहीं होना चाहिए? ऐसा लग रहा था जैसे कि कोई गठबंधन नहीं हुआ है, यह सिर्फ जनता दल यूनाइटेड की सरकार है। लोग इससे बहुत दुखी हैं। वहीं इस बात पर लालू प्रसाद यादव के बेटे और राज्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा है- भगवान के दर पर सभी जमीन पर ही बैठते हैं, इस पर और क्या कहा जा सकता है? अभी लालू यादव ने इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बताया जा रहा है कि बैठने की व्यवस्था स्थानीय गुरुद्वारा मैनेजमेंट द्वारा की गई थी, जिसे प्रधानमंत्री कार्यालय से मंजूरी दी गई थी।
गुरुवार को प्रधानमंत्री के साथ नीतीश कुमार, लालू यादव और उनके बेटों ने खाना खाया। प्रधानमंत्री मोदी ने तो तेज प्रताप से यह भी कहा कि आप तो किशन कन्हैया हो गए हैं। दरअसल, हाल ही में तेज प्रताप ने बांसुरी बजाते हुए अपने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली थी, जिस पर पीएम मोदी ने यह बात कही है। आपको बता दें कि भगवान कृष्ण भी बांसुरी बजाते थे, इसलिए पीएम मोदी ने तेज प्रताप को किशन कन्हैया कहा।