बिहार में पकड़ी गई 1.4 करोड़ रुपये की दुर्लभ छिपकली
ये छिपकलियां मेघालय से लाई गई थीं और किशनगंज में एक व्यक्ति को सौंपी जानी थीं जो इसे नेपाल के रास्ते चीन भेजता था।
किशनगंज। बिहार के किशनगंज में 1.4 करोड़ रुपये की छिपकली के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी किशनगंज रेलवे स्टेशन परिसर से की गई। जिसमे सशस्त्र सीमा बल के साथ साथ वन विभाग और रेल पुलिस की टीम शामिल थी। यह कारवाई गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए दोनों तस्करों को छिपकली की दुर्लभ प्रजाति 'टोके छिपकलियों' के साथ गिरफ्तार किया गया । जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1.4 करोड़ रुपए है। Read Also: पति-पत्नी के बीच आया 'वो', फिर देनी पड़ी सुहाग की आहुति
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छिपकली की दुर्लभ प्रजाति 'टोके छिपकलियों' के साथ गिरफ्तार किए गए दोनों तस्कर असम के रहने वाले है। एसएसबी 12 वी बटालियन के सहायक कमांडेंट कुमर सुंदरम का कहना है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ छिपकिली तस्कर किशनगंज रेलवे स्टेशन के पास हैं। इस तरह की सूचना मिलते ही एसएसबी के सहायक कमांडेंट कुमर सुंदरम ने रेलवे पुलिस को मामले की जानकारी दी और जाल बिछाते हुए किशनगंज रेलवे स्टेशन परिसर से दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से टोके छिपकलियां बरामद की गईं।
गिरफ्तार किए गए तस्करों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि ये छिपकलियां मेघालय से लाई गई थीं और किशनगंज में एक व्यक्ति को सौंपी जानी थीं। जो इसे नेपाल के रास्ते चीन भेजता था। वहीं वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार तस्कर शोहर अली, बरपेटा और हमीदुल रहमान, कोकराझाड़, जिस छिपकलियों को लेकर जा रहा था उसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1.4 करोड़ रुपये तक हैं।और इस प्रजाति की छिपकली का उपयोग कैंसर और अन्य असाध्य रोगों के इलाज में बतौर दवा के रूप में किया जाता है। Read Also: मौत के आखिरी सफर का VIDEO देख सिहर जाएंगे आप!