ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में सरकार चलाएगी ट्रैफिक से संबंधित जागरूकता और प्रवर्तन अभियान
भुवनेश्वर, मई 20। ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में शहरी इलाकों की तरह अब पुलिस और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मिलकर निरंतर जागरूकता और प्रवर्तन अभियान शुरू करेंगे। राज्य सरकार की ओर से पुलिस और आरटीओ ऑफिसर को इसी तरह की कार्रवाई ग्रामीण इलाकों में करने के लिए कहा गया है।
मुख्य सचिव सुरेश महापात्रा की अध्यक्षता में रोड सेफ्टी को लेकर हुई मीटिंग में अधिकारियों से कहा गया कि निरंतर जागरूकता और प्रवर्तन अभियान के कारण शहरी क्षेत्रों में यातायात नियमों के अनुपालन में सुधार हुआ है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोग अभी भी यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, इसलिए, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में प्रवर्तन तेज किया जाना चाहिए।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 2019 में राज्य के शहरी क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 1,253 लोगों की मौत हुई। इसी अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 4,080 लोगों की मौत हो गई। मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टरों, एसपी और आरटीओ को दुर्घटनाओं और मौतों पर अंकुश लगाने के लिए समन्वित तरीके से काम करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में परिवहन आयुक्त अरुण बोथरा ने दुर्घटना के आंकड़ों का एक समय श्रृंखला विश्लेषण प्रस्तुत किया और बताया कि नवंबर से मार्च 2021-2022 तक, सबसे अधिक दुर्घटनाएं दोपहर 3 से 9 बजे के बीच हुईं। उन्होंने कहा कि लगभग 37 फीसदी दुर्घटनाएं राष्ट्रीय राजमार्गों पर होती हैं। हादसों की मुख्य वजह तेज रफ्तार थी।