हरियाणा: नवनिर्वाचित सरपंचों व पंचों को गांव में ही शपथ दिलाएंगे अधिकारी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के तहत प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को गांव में ही ग्राम सभा की बैठक कर अधिकारियों द्वारा शपथ दिलाई जाएगी, जबकि पहले सभी सरपंचों व पंचों को किसी एक स्थान पर एकत्रित करके शपथ दिलाई जाती थी। मुख्यमंत्री से शनिवार को करनाल हलके से जुड़ी ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित सरपंच व पंचों ने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में मुलाकात की।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस अवसर पर नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों से कहा कि ग्रामीण विकास के लिए नई-नई योजनाएं बनाएं और अपने कार्य का ईमानदारी से निर्वहन करें। गांव के विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत शासन की सबसे छोटी इकाई है और वे अपने गांव की एक स्वतंत्र सरकार के रूप में कार्य करती है। इसलिए सभी नव निर्वाचित सरपंच व पंच मिलजुलकर ग्रामीण विकास को आगे बढ़ाएं, सरकार की ओर से उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अब चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है, नव निर्वाचित सरपंच व पंचों को आपसी मतभेद भुलाकर सभी ग्रामवासियों का सहयोग लेकर गांव की मूलभूत जरूरतों से संबंधित आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस बार के पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में सर्वसम्मति से ब्लॉक समिति के सदस्य, सरपंच व पंच तथा पूरी की पूरी ग्राम पंचायतों का चुनाव कर ग्रामीणों ने अच्छी परंपरा की शुरुआत की है।
इतना ही नहीं सर्वसम्मति से चुने गए सरपंच, पंच को हरियाणा सरकार की ओर से गांव के विकास के लिए ईनाम के तौर पर 50 हजार रुपये से लेकर 11 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री से आशीर्वाद लेने पहुंची ग्राम पंचायतों में काछवा गांव की सरपंच सुशील, कलामपुरा गांव के सरपंच रणजीत सिंह, जरीफाबाद की सरपंच संतोष देवी, पुंडरक के सरपंच नरेश कुमार तथा डबरी के सरपंच राजेश तथा पंच शामिल रहे।