भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर मनोहर लाल सरकार, चार सरकारी कर्मी रिश्वत लेते गिरफ्तार
चंडीगढ़, 10 जून। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर चल रही है। हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने यमुनानगर, नारनौल और कैथल जिलों में अलग-अलग जगहों पर चार सरकारी कर्मियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी देते हुये बताया कि यमुनानगर में उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त कार्यालय में तैनात आबकारी निरीक्षक वीरेंद्र कुमार को शराब ठेकेदार नरेंद्र की शिकायत पर 20 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी शिकायतकर्ता से हर महीने 20 हजार रुपये की मांग कर रहा था।
हरियाणा राज्य विजिलेंस ब्यूरो ने यमुनानगर, नारनौल और कैथल जिलों में अलग-अलग घटनाओं में 39,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए एक आबकारी निरीक्षक, कंप्यूटर ऑपरेटर, लाइनमैन और माली सहित चार आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
यमुनानगर में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। आरोप है कि इंस्पेक्टर दुकानदारों से मंथली लेते थे। आबकारी एवं कराधान विभाग के इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह को विजिलेंस की टीम ने रंगे 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इंस्पेक्टर शराब ठेकेदार से 20 हजार रुपये की मासिक रिश्वत मांग रहा था। इसके बाद विजिलेंस ने योजना बनाकर उसे गिरफ्तार किया। शुक्रवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हरियाणा के नारनौल में विजिलेंस टीम नारनौल ने गुरुवार को लघु सचिवालय स्थित तहसील कार्यालय में डीसी रेट पर कार्यरत एक कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। टीम ने मौके पर ही कंप्यूटर ऑपरेटर से 10 हजार रुपये की नकदी बरामद की है।
जींद
में
भी
गिरफ्तारी
हरियाणा
के
जींद
में
स्टेट
विजिलेंस
ब्यूरो
ने
प्रॉपर्टी
ID
बनाने
की
एवज
में
5
हजार
रुपए
रिश्वत
लेते
नगर
परिषद
के
क्लर्क
को
रंगे
हाथो
गिरफ्तार
किया
है।
स्टेट
विजिलेंस
ब्यूरो
ने
क्लर्क
के
खिलाफ
भ्रष्टाचार
निरोधक
अधिनियम
के
तहत
मामला
दर्ज
कर
पूछताछ
शुरू
कर
दी।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में लगभग सभी बच्चों का हो चुका दाखिला, MIS पोर्टल पर किया जा रहा अपडेट