देशभर के कांग्रेसी जुटेंगे छतीसगढ़ में, मुख्यमंत्री बघेल बोले- ये हमारे लिए एतिहासिक, दिल्ली की बैठक में हुआ तय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस की संचालन समिति की अहम बैठक में शामिल हुए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा गठित कांग्रेस संचालन समिति की पहली बैठक है।
नई दिल्ली,4 दिसंबर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस की संचालन समिति की अहम बैठक में शामिल हुए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा गठित कांग्रेस संचालन समिति की पहली बैठक है। इस बैठक में तय हुआ है कि, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 85वां अधिवेशन रायपुर में होगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके ये जानकारी देते हुए कहा है कि,मुझे बताते हुए खुशी है कि स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 85वां अधिवेशन रायपुर में फरवरी माह में होगा। यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण पल होगा।
10
हजार
से
अधिक
लोग
होंगे
शामिल
पार्टी
सूत्रों
का
कहना
है
कि
इस
अधिवेशन
में
पूरे
देश
से
कांग्रेसी
पहुंचेंगे।
हर
राज्य
की
कांग्रेस
कमेटी
के
बड़े
नेता
शामिल
होंगे।
इसके
अलावा
AICC
के
तमाम
दिग्गज
भी
छत्तीसगढ़
पहुचेंगे।
इसमें
सोनिया
गांधी,
प्रियंका
गांधी
भी
शामिल
हो
सकती
हैं।
प्रदेश
कांग्रेस
कमेटी
जल्द
ही
इसकी
तैयारियों
को
लेकर
एक
हाइ
लेवल
मीटिंग
के
बाद
तरीखों
का
एलान
करेगी।
पिछली
बार
दिल्ली
में
आयोजित
हुए
राष्ट्रीय
अधिवेशन
में
12
हजार
के
आस-पास
लोग
देशभर
से
पहुंचे
थे।
इस
बार
भी
10
हजार
से
अधिक
कांग्रेस
नेताओं
के
रायपुर
पहुंचने
की
संभावना
है।
रविवार को इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने प्रमुख संगठनात्मक मामलों पर चर्चा के अलावा अपने पूर्ण सत्र के कार्यक्रम और स्थान पर विचार-विमर्श किया। पार्टी आने वाले दिनों में बड़ा अधिवेशन करने जा रही है। बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, आनंद शर्मा, मीरा कुमार और अंबिका सोनी शामिल थे।
पी
चिदम्बरम
सिंह
के
पास
बैठे
बघेल
बैठक
में
आगे
की
तरफ
पार्टी
के
अध्यक्ष
खड़गे,
सोनिया
गांधी
बैठीं
थीं।
छत्तीसगढ़
के
मुख्यमंत्री
भूपेश
बघेल
के
करीब
पी
चिदम्बरम
और
वरिष्ठ
नेता
दिग्विजय
सिंह
बैठे
थे।
बैठक
के
कुछ
देर
बाद
मुख्यमंत्री
ने
मल्लिकार्जुन
खड़गे
समेत
पार्टी
के
टॉप
लीडर्स
से
प्रदेश
के
सियासी
हालातों
पर
भी
चर्चा
की।
राजस्थान में प्रवेश करने वाली भारत जोड़ो यात्रा के कारण राहुल गांधी बैठक में शामिल नहीं हुए। बता दें कि अक्टूबर में खरगे के कार्यभार संभालने के बाद पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के स्थान पर संचालन समिति का गठन किया गया था। एआईसीसी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पूर्ण सत्र की तारीख तय करना है और इसे कहां आयोजित किया जाना चाहिए और इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
बतौर
अध्यक्ष
पिछली
बार
शामिल
हुए
थे
बघेल
साल
2018
में
ऑल
इंडिया
कांग्रेस
कमेटी
(एआईसीसी)
का
84वां
अधिवेशन
नई
दिल्ली
में
आयोजित
हुआ
था।
मार्च
के
महीने
मंे
हुए
उस
अधिवेशन
मंे
छत्तीसगढ़
प्रदेश
कांग्रेस
कमेटी
के
261
पीसीसी
डेलिगेट
और
49
एआईसीसी
डेलिगेट
दिल्ली
गए
थे।
तब
प्रदेश
कांग्रेस
के
अध्यक्ष
भूपेश
बघेल
थे।
संयोग
है
कि
अब
उन्हें
और
प्रदेश
कांग्रेस
के
नेताओं
को
इस
अधिवेशन
की
मेजबानी
करने
का
मौका
मिलेगा।