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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खरसिया में कहा: संत कबीरदास के मानव सेवा की सीख पर चल रही है छत्तीसगढ़ सरकार

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि कबीर साहेब ने 600 साल पहले जो सीख दी है वे आज भी उतने ही प्रासंगिक और समाज को दिशा दिखाने वाले। इसलिए आज उनके मानने वाले देश-विदेश में फैले हुए हैं।

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bhupesh baghel

रायगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खरसिया में पंथश्री हुजूर मुकुंदमणिनाम साहेब स्मृति महोत्सव एवं एकोत्तरी चौका आरती महायज्ञ में शामिल हुए। कार्यक्रम कबीर पंथ के गुरु श्रीहुजूर अर्धनाम, श्री कबीर धर्म स्थान ट्रस्ट खरसिया व धर्माधिकारी की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल, महंत देवेन्द्र, महंत प्रीतमदास, विधायक डोंगरगांव दलेश्वर साहू, संदीप साहू, गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डा रामसुंदर दास, अध्यक्ष तेलघानी बोर्ड सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर में विश्व स्तरीय कबीर संस्थान के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे संस्थान का निर्माण करेंगे जहां एक ही स्थान पर कबीर स्मारक के साथ संग्रहालय और शोध पीठ भी होगा।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि कबीर साहेब ने 600 साल पहले जो सीख दी है वे आज भी उतने ही प्रासंगिक और समाज को दिशा दिखाने वाले। इसलिए आज उनके मानने वाले देश-विदेश में फैले हुए हैं। गुरुओं का हमारे जीवन में ईश्वर के समकक्ष स्थान होता है। कबीरदास ने स्वयं अपने दोहे में कहा है कि जब गुरु और गोविंद (ईश्वर) दोनों एक साथ मिले तो पहले गुरुओं के चरण स्पर्श करें क्योंकि उन्होंने ही हमारा ईश्वर से परिचय करवाया है। जब तक गुरुओं का आशीष न मिले मोक्ष नहीं मिल सकता है। कबीरदास ने समाज के पाखंड और विकृतियों को अपनी वाणी से दूर करने का कार्य किया और सरल जीवन व्यतीत करने की राह दिखाई। छत्तीसगढ़ में कबीर को मानने वाले बड़ी संख्या में हैं। उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति तक सभी को साथ लेकर चलने की सीख दी।

छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश समाज के सभी वर्गों के लोगों के लिए योजनाएं बना और संचालित कर रही हैं। किसानों, श्रमिकों के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज संग्रहण का काम बड़े पैमाने कर होता है। इसको देखते हुए प्रदेश में 65 लघु वनोपजों का समर्थन मूल्य घोषित कर खरीदी की जा रही है। आज छत्तीसगढ़ देश का सबसे बड़ा वनोपज संग्राहक प्रदेश बन गया है। देश के कुल संग्रहण का 74 प्रतिशत छत्तीसगढ़ से ही हो रहा है। किसानों को उनके फसलों के बेहतर दाम मिल रहे हैं। इस साल धान की रिकार्ड तोड़ खरीदी की गयी है। गोधन न्याय योजना से गोबर खरीदी कर उससे वर्मी कम्पोस्ट और अब पेन्ट भी बनाया जा रहा है।

भूमिहीन श्रमिकों को सहायता के साथ शिक्षा के बेहतर अवसर व स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभ पहुंच भी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कबीर संस्थान ट्रस्ट खरसिया की मांग पर उन्हें आवेदन की हुई भूमि उपलब्ध करवाने के निर्देश कलेक्टर रायगढ़ को दिए। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी संबोधित किया। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष राधा सुनील शर्मा, नयना गबेल, मनोज गबेल, सुनील शर्मा सहित देश-विदेश से पहुंचे कबीर पंथ के अनुयायी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि आचार्यगद्दी श्री कबीर-धर्म स्थान खरसिया कबीरपंथ की गौरवशाली धर्मदासीय परम्परा की सबसे बड़ी गद्दी है। यहां से पूरे विश्व में कबीर साहेब के मूल ज्ञान और उपदेश का प्रचार-प्रसार किया जाता है। पंथश्री हुजूर मुकुन्दमणिनाम साहेब धर्मदासीय वंश व्यालिस परम्परा के सत्रहवें वंशगुरू है। उन्हीं की स्मृति में स्मृति महोत्सव भंडारा एवं कबीरपंथ की सबसे बड़ी पूजा एकोत्तरी चौका आरती का आयोजन किया जा रहा है।

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English summary
Chief Minister Bhupesh Baghel said in Kharsia: Chhattisgarh government is following the teachings of Saint Kabirdas for human service
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