ईवीएम के मुद्दे पर अब कोर्ट जाएंगी बसपा सुप्रीमो मायावती
चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे तकनीकी और प्रशासनिक इंतजाम हैं, जिनकी वजह से ईवीएम में छेड़छाड़ करना मुमकिन नहीं है।
लखनऊ। यूपी चुनाव में हार के लिए ईवीएम को दोषी ठहराने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी। मायावती ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि वो अगले 2-3 दिन में इस मुद्दे को लेकर कोर्ट जाएंगी। आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा को केवल 19 सीटें मिली हैं। हार के बाद मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी।
वहीं, चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें आधारहीन बताया। चुनाव आयोग ने कहा कि ऐसे तकनीकी और प्रशासनिक इंतजाम हैं, जिनकी वजह से ईवीएम में छेड़छाड़ करना मुमकिन नहीं है और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता बनी हुई है। साथ ही चुनाव आयोग ने कहा कि अगर किसी खास तरह के आरोप साक्ष्यों के साथ हमारे सामने रखे गए तो प्रशासनिक स्तर पर पूरी गंभीरता के साथ इसकी जांच की जाएगी। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि राजनीतिक पार्टियों या उम्मीदवारों की ओर से कोई खास शिकायत या ठोस सबूत नहीं मिले हैं। आयोग ने कहा कि ईवीएम छेड़छाड़ को लेकर बहुजन समाज पार्टी का आरोप बिना किसी साक्ष्य के है।
मायावती के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव में कई एक्सपर्ट लोगों ने कहा कि पंजाब में अकाली दल के खिलाफ लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी जीत रही है। इसके बावजूद चुनाव में 'आप' को 25 फीसदी वोट मिले और अकाली दल को 31 फीसदी, आखिर ये कैसे संभव है? अरविंद केजरीवाल ने आशंका जताई थी कि ईवीएम के जरिए यह संभव है कि आम आदमी पार्टी का 20 से 25 प्रतिशत वोट शेयर शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन को ट्रांसफर कर दिया गया था। ये भी पढ़ें- वाराणसी में भी उठा EVM जांच का सवाल, विरोधियों ने SC में अपील करने की दी धमकी