महिला को दुर्लभ ब्लड ग्रुप देकर इस शख्स ने मनाई सिल्वर जुबली
कानपुर। हम में से बहुत कम लोग हैं जो रक्तदान के लिए आगे आते हैं, लेकिन यूपी के कानपुर में कुछ ऐसे हेल्पिंग हैंड्स वाले लोग हैं जो अपनी नींद खराब कर अपरिचित लोगों की जिंदगी बचाने में लगे हुए हैं। इनमें से एक नाम है राकेश वर्मा का। ओ निगेटिव जैसे दुलर्भ रक्त ग्रुप वाले राकेश वर्मा ने खुद इंटरनेट पर छाए हुए हैं।
जन्म दिवस और शादी की सिल्वर जुबली मनाते आपने तमाम लोगों को देखा होगा लेकिन राकेश वर्मा ऐसे शख्स हैं जिन्होंने रक्तदान देकर सिल्वर जुबली मनाई। उन्होंने पच्चीसवीं बार अपना दुर्लभ ओ निगेटिव खून एक अपरिचित महिला को दिया और वो भी केवल एक फोन कॉल पर। अब डॉक्टर इस महिला को खतरे से बाहर बता रहे हैं। कानपुर देहात के रहने वाली गरिमा के लीवर में संक्रमण था। इलाज के दौरान एंटीबायोटिक दवाओं के साईड इफेक्ट से उनका हीमोग्लोबिन घटकर केवल सात प्वाइंट रह गया। डाक्टरों ने परिवारवालों से खून का इंतजाम करने को कहा। समस्या ये थी कि गरिमा का ब्लड ग्रुप ओ निगेटिव था और ये रात बारह बजे मिलना मुश्किल नहीं, नामुमकिन था।
गरिमा के परिवार वालों ने पूरी रात शहर के सभी निजी और सरकारी ब्लड बैंक छान मारे लेकिन कहीं भी ओ निगेटिव ब्लड नहीं मिला। तब उन्हें किसी ने इंटरनेट ऑनलाइन सर्च करने को कहा। इस तरह उनका संपर्क रक्तदान राकेश वर्मा से हुआ। रात बारह बजे आई अपर्चित फोन कॉल पर राकेश तुरंत अपना खून देने को तैयार हो गये। अतुल ने अपनी बहन के लिये खून देने वाले राकेश को धन्यवाद दिया तो उल्टा अतुल को धन्यवाद देते हुए राकेश ने कहा कि आज उसकी वजह से उनके रक्तदान की सिल्वर जुबली हुई है। राकेश वर्मा ने 'हेल्पिंग हैण्ड्स' नाम से एक संस्था बनायी हुई है जिसके सदस्यों को ब्यौरा सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर मौजूद रहता है। इसके सदस्य एक फोन कॉल या व्हाट्सअप मैसेज मिलने पर लोगों की मदद के लिये हर समय तैयार रहते हैं।
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