WV रमन को बनाया गया बैटिंग कोच, सिर्फ 3 वनडे खेलने वाले शुक्ला को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी
बंगाल क्रिकेट इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में टीम के पूर्व कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने बंगाल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया
कोलकाता, जुलाई 26: बंगाल क्रिकेट इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में टीम के पूर्व कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने बंगाल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया और उसके बाद टीम के हेड कोच अरुण लाल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) ने दो बड़े नामों को टीम के साथ जोड़ा है। आगामी घरेलू सीजन से पहले बंगाल की टीम को उनका नया हेड कोच मिल गया है।
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शुक्ला बने हेड कोच
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने राज्य के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी लक्ष्मी रत्न शुक्ला को टीम का नया हेड कोच बनाया है। साथ ही पूर्व भारतीय खिलाड़ी डब्ल्यू वी रमन को टीम का बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया गया है। रमन इससे पहले भी बंगाल टीम के साथ काम कर चुके हैं और वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम के भी हेड कोच रह चुके हैं।
शुक्ला नहीं थे पहली पसंद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लक्ष्मी रत्न शुक्ला हेच कोच के पद के लिए बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन की पहली पसंद नहीं थे। CAB पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर को इस पद पर देखना चाहती थी, लेकिन जाफर बांग्लादेश अंडर-19 टीम के कोच बन गए। इसके बाद खबरें सामने आई कि एसोसिएशन अभिषेक नायर या एंडी फ्लॉवर को टीम के कोच बना सकती है। लेकिन अंत में उनकी खोज लक्ष्मी रत्न शुक्ला के नाम पर खत्म हुई।
भारत के लिए खेले 3 वनडे
41 वर्षीय लक्ष्मी रत्न शुक्ला टीम इंडिया के लिए 3 वनडे मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। भारत के लिए 3 मैचों में उन्होंने केवल 18 रन बनाए और 1 विकेट लेने में सफल रहे। शुक्ला बंगाल क्रिकेट टीम के बड़ा नाम रहे हैं। उन्होंने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में 6217 रन बनाने के अलावा 172 विकेट भी चटकाए।
रमन नहीं होंगे टूर्नामेंट का हिस्सा
दूसरी ओर डब्ल्यू वी रमन टूर्नामेंट के दौरान बंगाल टीम का हिस्सा नहीं होंगे। बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने अपने बयान में कहा, ''रमन ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। वह विभिन्न शिविरों का हिस्सा होंगे, लेकिन टूर्नामेंट के दौरान उपलब्ध नहीं होंगे क्योंकि इसपर दोनों पार्टियां सहमत थीं। रमन ने दो अलग-अलग कार्यकालों में बंगाल के मुख्य कोच के रूप में काम किया है और वह टीम सेट-अप से बहुत अच्छे से परिचित हैं।''