IND vs SA: फिर भारत की ऐतिहासिक जीत के दुश्मन बने एल्गर-पीटरसन, साउथ अफ्रीका को 111 रन की दरकार
नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच केपटाउन के मैदान पर खेला जा रहा है जहां पर तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक साउथ अफ्रीका की टीम जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। ऐसे में भारतीय टीम का साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का सपना अधूरा रह सकता है। केपटाउन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम दूसरी पारी में 198 रन पर सिमट गई और पहली पारी में मिली 13 रनों की बढ़त के चलते साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिये 212 रनों का लक्ष्य रखा है।
केपटाउन टेस्ट में खेले गये अब तक के टेस्ट मैचों की बात करें तो इतिहास में सिर्फ 3 बार ही 200 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा हो सका है। ऐसे में भारत की तरफ से दिया गया यह स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण लग रहा था। हालांकि चौथी पारी में जब साउथ अफ्रीका की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो उसने भारत के लिये यह जीत काफी मुश्किल कर दी।
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मोहम्मद शमी ने महज 23 रन के स्कोर पर एडेन मार्करम का विकेट लेकर पहली सफलता दिला दी, लेकिन इसके बाद कप्तान डीन एल्गर (30) और कीगन पीटरसन (48) ने दूसरे विकेट के लिये 74 रनों की साझेदारी कर भारत की पकड़ से मैच को दूर कर दिया। जसप्रीत बुमराह ने दिन खत्म होने से पहले डीन एल्गर का विकेट लेकर भारत को दूसरी सफलता तो जरूर दिला दी, लेकिन एलगर-पीटरसन की साझेदारी के चलते साउथ अफ्रीका की टीम को जीत के लिये बस 111 रनों की ही दरकार रह गई है।
ऐसे में अगर भारतीय टीम को जीत हासिल करनी है तो चौथे दिन के पहले सेशन में कम से कम 4 विकेट जल्दी गिराने होंगे, वहीं पर अगर साउथ अफ्रीका की टीम के लिये 20-20 रनों की 5 साझेदारियां भी हो गई तो भारत की हार निश्चित है। इससे पहले जोहान्सबर्ग में खेले गये मैच में भी कप्तान डीन एल्गर और कीगन पीटरसन ने साउथ अफ्रीका को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी और 240 रनों के लक्ष्य को हासिल कर सीरीज में बराबरी कर ली थी।
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भारतीय टीम ने केपटाउन टेस्ट की दूसरी पारी में काफी खराब बल्लेबाजी की जिसकी वजह से विराट सेना सिर्फ 213 रनों की ही लक्ष्य दे सकी। भारत के लिये युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अकेले नाबाद 100 रनों की पारी खेली, तो वहीं पर टीम के अन्य बल्लेबाजों ने कुल मिलाकर 70 रनों का योगदान दिया। भारत के कुल स्कोर में से 28 रन अतिरिक्त के रूप में आये हैं।