इस मुस्लिम परिवार ने दिया 15वां अफसर, अब बेटी कायनात खान ने शादी के 13 साल बाद रचा इतिहास
जयपुर, 10 मई। तालीम की ताकत क्या होती है? यह जानना है तो सीधे चले आइए राजस्थान की राजधानी जयपुर से 166 किलोमीटर दूर झुंझुनूं जिले के छोटे से गांव नूआं में।
नूआं का कायमखानी मुस्लिम परिवार
गांव नूआं का कायमखानी मुस्लिम परिवार बेहतरीन तालीम के दम पर ही कमाल कर दिखा रहा है। अंदाजा इस बात से लगा लो कि नूआं के इस अकेले मुस्लिम परिवार ने देश को IAS, IPS व आर्मी अफसर समेत 15 बड़े अफसर दिए हैं।
कायनात खान विधि रचनाकार सचिवालय जयपुर
Nua Village के मुस्लिम परिवार से 15वां अफसर बनने का गौरव बेटी कायनात खान को मिला है। कायनात खान का जयपुर स्थित राजस्थान सचिवालय में विधि रचनाकार के पद पर चयन हुआ है।
दो बच्चों की मां हैं कायनात
खास बात यह है कि कायनात ने शादी के 13 साल बाद यह मुकाम हासिल किया है। एक बेटी व एक बेटे के जन्म के बाद भी कायनात ने किताबों से दोस्ती जारी रखी और नतीजा आज हम सबके सामने है।
नूआं के शफीक अहमद खान का इंटरव्यू
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में गांव नूआं के शफीक अहमद खान ने बताया कि राजस्थान सचिवायल में विधि रचनाकार पद पर चयनित होने वाली उनकी बेटी कायनात खान प्रदेश की पहली मुस्लिम महिला है।
रेजिडेंट ऑडिट ऑफिसर के पद पर सेवाएं दे चुके
सीनियर ऑडिट ऑफिसर पद से रिटायर हो चुके शफीक अहमद कहते हैं कि वे खुद पांच साल तक राजस्थान सचिवालय में कैग के रेजिडेंट ऑडिट ऑफिसर के पद पर सेवाएं दे चुके हैं। सचिवालय में विधि रचनाकार पद पर पहली बार किसी मुस्लिम महिला का चयन हुआ है।
क्या काम करेंगीं कायनात खान?
बता दें कि अंग्रेजी साहित्य में एमए और एलएलबी की डिग्री प्राप्त करने वाली कायनात खान को विधि रचनाकार पद पर सरकार की ओर से लाए जाने वाले एक्ट को ड्राफ्ट करने का काम करना होगा। एक्ट के नियम बनाना व उसे छपवाना भी इनके विभाग के जिम्मे होगा।
चौथी रैंक पाई कायनात ने
बता दें कि RPSC की ओर से आयोजित विधि रचनाकार परीक्षा में कायनात खान ने पूरे राजस्थान में चौथी रैंक प्राप्त की है। 20 अप्रैल को रिजल्ट आया है। अब पुलिस सत्यापन व अन्य कागजी खानपूर्ति के बाद ज्वाइनिंग दी जाएगी।
कायनात खान का परिवार
26 फरवरी 1985 को जन्मी कायनात खान की साल 2008 में झुंझुनूं जिले के ही गांव भीमसर निवासी डॉ. इमरान खान के साथ शादी हुई। इनके 11 साल की बेटी सूफी और चार साल का बेटा इरेन है। इमरान खान सीकर के अस्पताल में चर्म रोग विशेषज्ञ के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।
ये अफसर दिए कायनात के परिवार ने
गांव नूआं की बड़ी कोठड़ी के पास सब्दल खाँ का घर है। ये कायनात के परदादा हैं। इनके परिवार में बेटा, बेटी, भानजे व दामाद को मिलकर अब 15 अफसर हो गए हैं। आधे से ज्यादा तो कलेक्टर, आईजी, ब्रिगेडियर व कर्नल जैसे पदों से रिटायर भी हो चुके हैं।
ये हैं वो 15 अफसर
1. लियाकत खान, आईपीएस
2.
अशफाक
हुसैन,
आईएएस
3.
जाकिर
खान,
आईएएस
4.
शाहीन
खान,
आरएएस
5.
मोनिका,
डीआईजी
जेल
6.
शाकिब
खान,
ब्रिगेडियर,
भारतीय
सेना
7.
सलीम
खान,
आरएएस
8.
शना
खान,
आरएएस
9.
फराह
खान,
आईआरएस
10.
कमर
उल
जमान
चौधरी,
आईएएस
11.
जावेद
खान,
आरएएस
12.
इशरत
खान,
कर्नल,
भारतीय
सेना
13.
जकी
अहमद
खान,
कर्नल,
भारतीय
सेना
14.
शफीक
अहमद
खान,
वरिष्ठ
लेखापरीक्षा
अधिकारी
15.
कायनात
खान,
विधि
रचनाकार