छत्तीसगढ़: हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलन हुआ तेज, संजीव झा की अगुवाई में कल आप करेगी सीएम हाउस का घेराव
रायपुर , 20 मई। छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हसदेव अरण्य को बचने के लिए चल रहे आदिवासियों के आंदोलन में आम आदमी पार्टी भी शामिल हो गई है। शुक्रवार को दिल्ली से आये आम आदमी पार्टी के विधायक और छत्तीसगढ़ प्रभारी संजीव झा ने प्रेस कांफ्रेस लेकर आम आदमी पार्टी की रणनीति साफ़ कर दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में आदिवासी लगातार विरोध कर रहे है और पर्यावरण विशेषज्ञों की चेतावनी के बाद भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने परसा कोयला खदान को मंजूरी दे दी है। यह कोयला खदान दूसरे कांग्रेसी राज्य राजस्थान को आवंटित किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की संस्था वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (WII)ने हसदेव अरण्य का अध्ययन कर बीते साल ही रिपोर्ट सौंपी है। WII ने अपनी रिपोर्ट में साफ-साफ कहा था कि यहां एक भी कोयला खदान को स्वीकृति देने के विनाशकारी परिणाम होंगे, जिसे रोकना पाना असंभव होगा। उन्होंने आगे कहा कि रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम की मार झेल रहे मध्य भारत के सबसे घने जंगलों के विनाश से तापमान में औऱ बढ़ोत्तरी होगी और पानी संकलन में कमी के चलते अकाल पड़ने की आशंका है।
आप नेता ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हसदेव अरण्य के गांव में ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते विधानसभा चुनाव से पूर्व कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार में आई तो, वह आदिवासियों के साथ खड़े रहेंगे और कोयला खदान नहीं खुलने देंगे। सरकार बनने के बाद सब कुछ भूलकर कांग्रेस सरकार ने खदानों को हामी भरना शुरु कर दिया गया है और इसी तरह के वादे अब राहुल गांधी अन्य चुनावी राज्यो में भी कर रहे है। यह बेहद गलत है,और इससे सरकार की नीयत और वादा खिलाफी पर लगातार प्रश्न उठ रहे है।
प्रदेश प्रभारी संजीव झा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह कहना की बिजली चाहिए तो कोयला निकलना होगा और कानून के दायरे में रहकर काम करना पड़ेगा, किन्तु बघेल सरकार खुद WII की रिपोर्ट दरकिनार कर कार्य कर रही है , जो बहुत दुखद है।आम आदमी पार्टी हसदेव अरण्य में जंगल उजाड़ने और आदिवासियों को विस्थापित करने का विरोध कर रही है, इसी के तहत दोगलेपन के साथ कुम्भकरणी नींद में सोई हुई सरकार को जगाने आम आदमी पार्टी 21 मई 2022 को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वाली है। वही आप के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि समस्त तथ्यों को संज्ञान में लेकर आदिवासियों की मांगो को पूरा किया जाना चाहिए, लेकिन भूपेश सरकार ने अब भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। सरकार ने हमारी मांगो को 20 मई 22 तक नही मानी है, इसलिए आम आदमी पार्टी 21/05/22 को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी।