जामिया में लाठीचार्ज पर प्रशांत किशोर ने दिल्ली पुलिस पर बोला हमला, नीतीश अभी भी मौन
पटना। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लगातार अपना विरोध जता रहे हैं जबकि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन साधे हुए हैँ। शनिवार को प्रशांत किशोर ने पार्टी पद से इस्तीफा भी दिया था जिसे नीतीश कुमार ने स्वीकार नहीं किया था। रविवार को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के बाद छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ बोलते हुए प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है।
प्रशांत किशोर का जामिया के छात्रों को समर्थन
जामिया के छात्रों के समर्थन में आते हुए प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर दिल्ली पुलिस पर हमला बोलते हुए लिखा-' तथाकथित कानून तोड़ने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के पेशेवर अंदाज, बहादुरी और अहिंसा को देखिए'। इस स्टेटस के साथ प्रशांत किशोर ने वह वीडियो ट्वीट किया जिसमें पुलिस एक छात्र को लाठी से मार रही है और छात्राएं उसको बचाने के कोशिश कर रही हैं। वीडियो में छात्राएं जोर-जोर से दिल्ली पुलिस गो बैक, गो बैक बोलती दिख रही हैं।
कानून के विरोध में बोलते रहे हैं प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून की खिलाफत खुलकर करते रहे हैं। वे राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और नागरिकता संशोधन कानून को खतरनाक बताते हुए कह चुके हैं कि केंद्र सरकार इसके जरिए सुनियोजित तरीके से धर्म के आधार पर भेदभाव और उत्पीड़न कर रही है। रविवार को ट्वीट करते हुए प्रशांत किशोर ने लिखा कि देशभर में एनआरसी का विचार नागरिकता की नोटबंदी की तरह है...इसका सबसे बड़ा नुकसान गरीब-पिछड़ों को होगा।
जामिया के छात्रों के समर्थन में कई यूनिवर्सिटी के छात्र
रविवार को हुई घटना के बाद जामिया के छात्रों के समर्थन में बीएचयू समेत एएमयू, जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आईआईटी मुंबई, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज समेत कई यूनिवर्सिटी के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।। एएमयू में भी रविवार की रात को छात्रों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई।
जामिया के छात्रों के समर्थन में बीएचयू के छात्र कर रहे प्रदर्शन, पुलिस फोर्स तैनात