पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा करतारपुर कॉरिडोर कोई गुगली नहीं, बल्कि स्ट्रेट ड्राइव है
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग कोई गुगली नहीं थी बल्कि उनका यह फैसला एक स्ट्रेट ड्राइव था। इमरान ने इस बयान के साथ ही अपने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की टिप्पणी से अलग बात कही है। पिछले दिनों पाकिस्तान की ओर से करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग में भारत से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी के साथ कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए थे। पाकिस्तान ने 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर को खोला था।
इमरान ने कहा भारत के साथ संबंधों को लेकर संजीदा
पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि पीएम इमरान खान ने भारत की सरकार के सामने गुगली डाली थी। कुरैशी ने कहा था कि खान ने करतारपुर कॉरिडोर पर भारतीय सरकार की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए गुगली डाली और भारत उसमें फंस गया। कुरैशी के इस बयान पर काफी विवाद हुआ। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बयान पर कहा कि कुरैशी के बयान ने उनकी पोल खोल दी है और अब यह साफ है कि पाकिस्तान को सिखों की संवेदनाओं की कोई कद्र नहीं है। इमरान से इस बारे में भी सवाल पूछा गया था। सुषमा और कुरैशी के बीच जारी शब्दों की जंग पर जब इमरान से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उनका कहना था कि पाकिस्तान, भारत के साथ शांति और बेहतर संबंधों को लेकर गंभीर है।
इमरान बोले कोई गुगली नहीं करतारपुर कॉरिडोर
इमरान ने जियो न्यूज के साथ बातचीत में कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग कोई गुगली या फिर डबल गेम नहीं था बल्कि एक सीधा-सपाट फैसला था।' 26 नंवबर को भारत में उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू की ओर से करतारपुर कॉरिडोर की नींव पंजाब के गुरदासपुर में रखी गई थी। शनिवार को सुषमा की ओर से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए। इन ट्वीट्स में सुषमा ने लिखा था, 'पाकिस्तान के माननीय विदेश मंत्री जी-आपका गुगली कमेंट बहुत ही नाटकीय तरीके से की गई टिप्पणी है जिसने आपकी पोल खोलकर रख दी है। सुषमा ने एक और ट्वीट किया और लिखा, 'मैं आपको बताती हूं कि हम आपकी गुगली में नहीं फंसे थे। हमारे दो सिख मंत्री करतारपुर साहिब गए थे ताकि वह पवित्र गुरुद्वारे में प्रार्थना कर सकें।'
छह माह के अंदर पूरा होगा कॉरिडोर का काम
गुगली क्रिकेट के खेल में बड़ी ही महारत से फेंकी जाने वाली लेग-स्पिनर डिलीवर है जिसे लेग स्पिन टेक्निक का प्रयोग करके फेंका जाता है। आज तक कोई भी बल्लेबाज इस बॉलिंग ट्रिक का तोड़ नहीं तलाश पाया है। करतारपुर कॉरिडोर भारतीय सिखों को करतारपुर साहिब से जोड़ेगा। यह वही जगह है जहां पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देवजी ने अंतिम सांस ली थी। उन्होंने निधन से पहले 18 वर्ष यहीं पर बिताए थे। कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक धर्म स्थल से जोड़ेगा। माना जा रहा है कि अगले छह माह के अंदर करतारपुर कॉरिडोर का काम पूरा हो जाएगा।