Yashika Basera : गांव की लड़की याशिका बसेरा को परिवार बनाना चाहता था टीचर, ये बन गईं टॉप एक्ट्रेस
राजस्थान के गांव सोनासर की याशिका बसेरा की बॉलीवुड एक्ट्रेस बनने की पूरी कहानी है बेहद रोचक
जयपुर, 22 जुलाई। राजस्थान की राजधानी जयपुर 199 किलोमीटर दूर एक गांव है सोनासर। झुंझुनूं जिले के इस छोटे गांव से एक लड़की ख्वाबों को हकीकत में बदलने में लगी है। एक दशक पहले करियर चुनने के मामले में इसने सिर्फ अपने दिल की सुनी। ज्यादा दिमाग नहीं लगाया। यही वजह है कि आज बॉलीवुड में एक्ट्रेस याशिका बसेरा किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
याशिका बसेरा का साक्षात्कार
याशिका बसेरा ने वन इंडिया हिंदी से बातचीत में शेखावाटी में बचपन बीतने से लेकर अब मुम्बई में खुद को बड़ी हीरोइन के रूप में स्थापित करने की दौड़ में शामिल होने तक का पूरा सफर बयां किया, जो काफी रोमांचक है। इसमें जिद, जुनून व जज्बा है और ख्वाबों को पूरा होते हुए देखने की खुशी भी।
याशिका बसेरा की जीवनी
याशिका बसेरा का जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गांव सोनासर के दरिया सिंह व सजना देवी के घर 21 नवम्बर 1992 को हुआ है। शिक्षक पिता की पोस्टिंग के चलते याशिका का बचपन सीकर जिले के नीमकाथाना में बीता। यहीं पर शुरुआती शिक्षा हुई।
याशिका बसेरा का परिवार
याशिका बसेरा बताती हैं कि उनके पिता दरिया सिंह सरकारी स्कूल में टीचर हैं। झुंझुनूं के गांव सोनासर से मुम्बई तक का सफर तय कराने में पिता की सबसे बड़ी भूमिका है। मां सजना देवी हाउस वाइफ हैं। बहन पिंकी बसेरा व भाई रवि बसेरा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
याशिका बसेरा की शिक्षा
याशिका के परिजन चाहते थे कि वे टीचर बने। इसलिए उसे चूरू जिले के सरदारशहर बीएसटीसी करने के लिए भेजा गया। इससे पहले पिता की पोस्टिंग के चलते शुरुआती शिक्षा नीमकाथाना से पूरी की। झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित जेबी शाह कॉलेज से याशिका ने स्नातक की डिग्राी प्राप्त की।
मुम्बई कैसे पहुंची याशिका?
याशिका कहती हैं कि बीएसटीसी की पढ़ाई के दौरान उसका रुझान जयपुर में थियेटर आर्टिस्ट के तौर पर हो गया। जयपुर के रविन्द्र कला मंच पर कई नाटकों में अभिनय भी किया। मुम्बई जाने का ख्वाब था। परिवार को मनाया और पिता के साथ साल 2014 में मुम्बई पहुंचकर अभियन में करियर की तलाश शुरू कर दी थी। तब से मुम्बई में ही रहती हैं।
याशिका बसेरा का एक्टिंग कॅरियर
याशिका बसेरा वर्तमान में बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। फिलहाल फिल्म, एलबम व प्रिंट शूट मॉडलिंग में सक्रिय है। इससे पहले याशिका राजस्थानी फिल्मों व गानों में भी अभिनय कर चुकी हैं। साल 2011 में याशिका ने राजस्थानी फिल्म 'कैया जाऊं सासरिए' व 'मेरा क्या कसूर' से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद वीणा म्यूजिक कंपनी के कई गाने याशिका पर फिल्माए गए।
Riya
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शॉर्ट फिल्म व धारावाहिकों में भी किया काम
शॉर्ट फिल्म 'टूटती आशाएं' में याशिका बसेरा के अभिनय की खूब तारीफ की गई। फिल्म के अलावा डीडी नेशनल के धारावाहिक 'बंधन कच्चे धागों का', 'बातें कुछ अनकही सी' व सहारा समय का शॉ 'जय जय बजरंग बली' में भी काम कर चुकी हैं।
जल्द आएंगे तीन नए गाने
याशिका के अनुसार जी म्यूजिक कंपनी ने उन पर तीन गाने फिल्माए हैं, जो जल्द ही रिलीज होने वाले हैं। एक अन्य गाना शूट होना है। मुम्बई के बारिश के कारण उसकी शूटिंग में देरी हो रही है। याशिका कहती हैं कि बॉलीवुड में पहुंचने का तो उनका ख्वाब पूरा हो गया, मगर अब वे संजय लीला भंसाली के निर्देशन में काम करना चाहती है।