भारतीय सेना युवाओं को सेना के गौरव से कराएगी अवगत, जानिए क्या है रणभूमि श्रद्धांजलि यात्रा
जयपुर, 5 सितम्बर। आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय सेना नागरिक प्रशासन, रेलवे और विभिन्न अन्य सरकारी विभागों के साथ मिलकर देश की युवा पीढ़ी को राजस्थान के रेगिस्तान में प्रसिद्ध युद्ध मैदानों का दौरा करने और वीरता का गवाह बनने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। इसके तहत सीमावर्ती इलाके में 5 से 8 सितंबर रणभूमि श्रद्धांजलि यात्रा के माध्यम से दुश्मन के खिलाफ विजयी होने तथा विभिन्न बाधाओं के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी और अदम्य भावना को इसमें उजागर किया जायेगा। सीमावर्ती क्षेत्रों के पास विभिन्न स्थानों पर युद्ध लड़ने वाले भूतपूर्व सैनिकों ने स्वेच्छा से मेरी कहनी-मेरी जुबानी के माधय्म से युद्ध विवरण सुनाए जाएंगे।
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सेना के गौरव से युवाओं को कराएंगे अवगत
भारतीय सेना ने यह पहल नागरिक आबादी विशेष रूप से युवा पीढ़ी को राजस्थान सीमा के पूरे क्षेत्र के साथ इन प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा करने और लड़ाई में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए की गई है। सेना के अधिकारियों का मानना है कि ऐसा करने से वे सेना गौरवान्वित इतिहास की सराहना करेंगे और भारतीय सेना की कार्य प्रणाली के साथ परिचित होंगे। इसके अलावा यह भारतीय सेना, नागरिक प्रशासन, रेलवे और विभिन्न अन्य सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र को एकजुट करने और पर्यटन के लिए विशाल संभावनाओं का पता लगाने और इन सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित करने के लिए एक अद्वितीय और बहुआयामी दृष्टिकोण है।
कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को किया रवाना
इस कार्यक्रम को लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग डेजर्ट कोर ने जोधपुर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता मौजूदगी में झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पर्यटन विभाग की निदेशक सरिता फिरौदा के साथ विभिन्न विभागों के नागरिक, गणमान्य लोगों और 200 एनसीसी कैडेटों भी शमिल रहे। लेफ्टिनेंट जनरल कपूर ने ऐसी पहल के महत्व के बारे में बताया। जहां नागरिकों को 1971 की लड़ाई के दौरान हुई वास्तविक घटनाओं के प्रामाणिक विवरण के बारे में उन लोगों से पता चलेगा जिन्होंने उसमें हिस्सा लिया था। उन्होंने इस पायलट परियोजना को शुरू करने में भारतीय सेना और विभिन्न नागरिक विभागों के बीच उत्कृष्ट समन्वय पर भी प्रकाश डाला। जो इन सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन और समग्र विकास को बढ़ावा देने में सहायता करेगा।