चीन में उइगर, अल्पसंख्यक समुदाय खतरे में, UN की रिपोर्ट पर भड़का 'ड्रैगन',बताया अमेरिकी साजिश!
रिपोर्ट में कहा गया है कि, चीन में धर्म के नाम पर अल्पसंख्यक समुदायों के साथ घोर अनर्थ हो रहा है।
बीजिंग/वाशिंगटन, 6 सितंबर : अमेरिका ने चीन के शिनजियांग प्रांत और तिब्बत सहित अन्य क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदायों के मानवाधिकारों के लगातार उल्लंघन के लिए बीजिंग की कड़ी आलोचना की है। वहीं, चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त की इस रिपोर्ट की कड़ी निंदा की है। बीजिंग ने 31 अगस्त के इस रिपोर्ट के पूरी तरह से अवैध और अमान्य करार दिया है। वहीं, "अमेरिका इस रिपोर्ट का स्वागत करता है, इस अहम रिपोर्ट में, जो चीन सरकार द्वारा उइगर और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ किए गए घृणित मानवाधिकार व्यवहार का आधिकारिक रूप से वर्णन करती है।" इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के शिनजियांग में उइगर समुदाय के लोगों और अन्य को जबरन नजरबंद रखना मानवता के खिलाफ अपराध के दायरे में आ सकता है। (UN Human Rights Office concerns in China Xinjiang Uyghur Autonomous Region beijing fumes)
यूएन की रिपोर्ट पर भड़का चीन
मिशेल बैशलेट ने कार्यालय में अपने अंतिम दिन 46-पृष्ठ की यह रिपोर्ट जारी की। उन्होंने में अपने चार साल के कार्यकाल के समापन से ठीक 13 मिनट पहले रिपोर्ट जारी करके चीन समेत दुनिया में तहलका मचा दिया। रिपोर्ट का शीर्षक "ओएचसीएचआर (OHCHR) एसेसमेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स कंसर्न्स इन द शिनजियांग उइगर ऑटोनॉमस रीजन (China Xinjiang Uyghur Autonomous Region), पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना" है। मिशेल बैशलेट ने गुप्त रूप से चीन को रिपोर्ट प्रकाशित होने से पहले उसका पूर्वावलोकन दिया था। इसके बाद चीन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका पर टिप्पणी करते हुए 131 पष्ठ का खंडन प्रकाशित कर दिया। चीन ने दावा किया कि, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार का यह रिपोर्ट चीन को बेवजह बदनाम करने और उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की साजिश है। इस तरह की रिपोर्ट के सहारे अमेरिका चीन के कानूनों और उनके नीतियों को विकृत करने की कोशिश करता है।
चीन ने नाराजगी व्यक्त की
चीन ने यूएन की इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए नाराजगी व्यक्त की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट, अमेरिका और कुछ पश्चिमी ताकतों की नियोजित कार्यक्रम हैं जो इस तरह की गलत सुचनाओं को राजनीतिक उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। दूसरी तरफ, मिशेल बैशलेट ने मई में झिंजियांग की आकस्मिक यात्रा की थी, जहां उन्होंने एक सेवामुक्त "प्रशिक्षण केंद्र" का दौरा किया, जो अब एक स्कूल के रूप में कार्य करता है । जानकारी के मुताबिक इस दौरान उन्होंने केंद्र के पूर्व उपाध्यक्ष के साथ बात की थी। लेकिन व्यक्तिगत तौर पर कही जाने की अनुमति नहीं थी। इस दौरान बैशलेट ने कासगर जेल का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि वहां अधिकांश कैदी आतंकवाद के अलावा अन्य कारणों से कैद थे। झिंजियांग सरकार ने बैशलेट को "आश्वासन दिया" कि प्रशिक्षण केंद्रों को "नष्ट" कर दिया गया था, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि वह प्रशिक्षण केंद्रों के "पूर्ण पैमाने का आकलन करने में असमर्थ" थी।
चीन में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ घोर अनर्थ हो रहा है: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि, चीन में धर्म के नाम पर अल्पसंख्यक समुदायों के साथ घोर अनर्थ हो रहा है। तथाकथित XUAR, वीईटीसी (व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्रों) में अल्पसंख्यक उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। यहां उइगर शिविरों में (2017 और 2019 के बीच ) लोग भुखे पेट सोने को मजबूर हैं। परिवारों को एक दूसरे से अलग कर दिया गया है। प्रियजनों के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बच्चों को अनाथालय भेजा जा रहा है। चीनी गार्ड कैदियों के साथ बुरा बर्ताव करते हैं, उन्हें मुख मैथुन के लिए मजबूर किया जाता है, उन्हें जबरन नग्न कर दिया जाता है। कैदियों को गोलियां लेने या इंजेक्शन लगाने के लिए मजबूर किया जाता था, जो आमतौर पर उन्हें नींद से भर देता था।
अमेरिका ने रिपोर्ट का स्वागत किया
वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरेन ज्यां-पियरे ने बृहस्पतिवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शिनजियांग में मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त की रिपोर्ट का स्वागत किया, जो बुधवार रात जारी की गई थी। ज्यां-पियरे ने कहा कि बाइडन प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं और राष्ट्रपति ने जी7 सहित सहयोगी देशों और भागीदारों को यह सुनिश्चित करने के लिए लामबंद किया है कि शिनजियांग सहित सभी स्थान जबरन श्रम से मुक्त हों। उन्होंने कहा, "हम चीन को जवाबदेह ठहराने के लिए भागीदारों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। हम चीन से शिनजियांग, तिब्बत और पूरे चीन में इन अत्याचारों को तुरंत बंद करने, अन्यायपूर्ण तरीके से नजरबंद किए गए लोगों को रिहा करने, लापता लोगों का पता बताने और स्वतंत्र जांचकर्ताओं को बिना किसी बाधा के शिनजियांग तक पहुंचने देने का आह्वान करेंगे।"
(Photo Credit : Twitter & PTI)