शेर बहादुर देउबा बने नेपाल के नए PM, 1 घंटे पहले शपथ लेने से कर दिया था इनकार
काठमांडू, जुलाई 13: नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने देश की कमान संभाल ली है। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने उनको प्रधानमंत्री पद पर मंगलवार को नियुक्त कर दिया। लेकिन शपथ समारोह के दौरान एक अनोखी घटना देखने को मिली। शपथ से एक घंटे पहले शेर बहादुर ने अपने अपॉइंटमेंट लेटर में संवैधानिक क्लॉज का जिक्र नहीं होने की बात पर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से इनकार कर दिया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नवनियुक्त नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा ने शपथ लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने अपने नियुक्ति पत्र में सुधार की मांग की। देउबा ने राष्ट्रपति कार्यालय से जारी नोटिस में अनुच्छेद का उल्लेख न होने के कारण अबतक शपथ ग्रहण नहीं किया है। हालांकि पत्र में संशोधन के बाद देउबा ने नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने संविधान के आर्टिकल 76 (5) के मुताबिक, मंगलवार सुबह देउबा की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी।
नेपाली चुनाव आयोग ने 12 और 19 नवंबर को होने वाले संसदीय चुनावों को स्थगित कर दिया। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के उस आदेश को पलट दिया, जिसमें गत 21 मई को उन्होंने संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया था। साथ ही 12 और 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी। देउबा की यह नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई। पांचवीं बार नेपाल के पीएम बनने वाले देउबा को भारत समर्थक माना जाता है।
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शेर बहादुर देउबा नेपाल के वरिष्ठ राजनेता हैं। वे अबतक नेपाल की प्रमुख विपक्षी नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष थे। देउबा इससे पहले चार बार नेपाल के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाले देउबा भारत के करीबी नेता भी हैं। नेपाल में राजशाही रहने के दौरान देउबा की राजनीति में दबदबे का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पार्टी ने उन्हें तब तीन बार प्रधानमंत्री बनवाया था।