हथियार लेकर आए रूसी मालवाहक जहाज को भारत ने किया जब्त, ये है कारण
भारत में हथियार ले जा रहे एक रूसी मालवाहक जहाज को बंकर चालान का भुगतान न करने के आरोप में जब्त कर लिया गया है। भारत स्थित रूसी दूतावास ने कोचीन बंदरगाह पर रूसी मालवाहक जहाज के जब्त होने की जानकारी दी है।
नई दिल्ली, 19 जुलाईः भारत में हथियार ले जा रहे एक रूसी मालवाहक जहाज को बंकर चालान का भुगतान न करने के आरोप में जब्त कर लिया गया है। भारत स्थित रूसी दूतावास ने कोचीन बंदरगाह पर रूसी मालवाहक जहाज के जब्त होने की जानकारी दी है। यह मालवाहक जहाज भारतीय सशस्त्र बलों के लिए सैन्य माल पहुंचाने आया था।
तस्वीर- प्रतीकात्मक
केरल उच्च न्यायालय ने दिया था आदेश
इससे पहले केरल उच्च न्यायालय ने सोमवार को एक एस्टोनियाई कंपनी को लगभग 1.87 करोड़ रुपये (USD23,503) के ईंधन शुल्क का भुगतान न करने के लिए MV MAIA-I नाम के एक रूसी जहाज को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। जस्टिस सतीश निनन ने कोच्चि में करुवेलिप्पडी के टीएक्स हैरी द्वारा दायर एक एडमिरल्टी सूट पर विचार करने के बाद आदेश जारी किया, जो एस्टोनिया में तेलिन में स्थित बंकर पार्टनर ओयू के पावर ऑफ अटॉर्नी धारक हैं।
माल उतारने की दी अनुमति
अदालत ने अपने आदेश में कहा, "वादी के बयानों और आवेदन के समर्थन में दायर हलफनामे को देखने पर, मैं संतुष्ट हूं कि प्रथम दृष्टया गिरफ्तारी का एकतरफा आदेश देने वाला मामला बनाया गया है। इसी के तहत गिरफ्तारी का सशर्त आदेश जारी किया जाता है।" आदेश में कहा गया कि जहाज को तब तक रोके रखा जाना चाहिए जब तक कि याचिकाकर्ता को देय राशि जमा नहीं कर दी जाती या जब तक जहाज मालिक अदालत की संतुष्टि के लिए राशि के लिए सुरक्षा प्रस्तुत नहीं कर देता। चूंकि जहाज कोच्चि में भारतीय नौसेना के लिए हथियार ले जा रहा था, अदालत ने हिरासत में रहते हुए माल उतारने की अनुमति दे दी है।
जहाज मालिक पर है कर्ज
रूसी दूतावास ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक ये कार्रवाइयां एस्टोनियाई तट सेवा कंपनी बंकर पार्टनर ओयू के दावे से जुड़ी हैं, जिसमें दावा किया गया था कि जहाज के मालिकों पर कथित तौर पर कर्ज था। हम यह रेखांकित करना चाहेंगे कि अदालत ने माल उतारने की अनुमति दी है, क्योंकि इसका मुकदमे से कोई लेना-देना नहीं है। चेन्नई में रूसी महावाणिज्य दूतावास सीधे इस स्थिति के नियंत्रण में है।
रूसी दूतावास ने किया अनुरोध
दूतावास ने भारत के विदेश मंत्रालय को घटना की परिस्थितियों के स्पष्टीकरण के लिए एक आधिकारिक अनुरोध भेजा है। रूसी दूतावास ने कहा कि हमने मंत्रालय से रूसी जहाज मालिकों और चालक दल के अधिकारों का बिना शर्त पालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है।
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