पाकिस्तानी मंत्री का बड़ा आरोप, 'दोस्त' नरेन्द्र मोदी ने की मदद, नवाज शरीफ ने करवाई इमरान की जासूसी
पाकिस्तानी मंत्री ने दावा किया है कि नवाज शरीफ ने दोस्त मोदी की मदद से प्रधानमंत्री इमरान खान की जासूसी करवाई है।
इस्लामाबाद, जुलाई 21: इजराइली स्पाईवेयर पेगासस से जासूसी के मुद्दे पर भारत में बवाल मचा हुआ है और संसद से लेकर सड़क तक हंगामा हो रहा है, वहीं अब यह मुद्दा पाकिस्तान में भी जोर पकड़ रहा है। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिन नंबरों की जासूसी की गई है, उनमें एक नंबर ऐसा भी है जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार कर चुके हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के एक मंत्री ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि 'दोस्त' नरेन्द्र मोदी की मदद से नवाज शरीफ ने इमरान खान को फोन टैप करवाई।
पाकिस्तान में मचा सियासी कोहराम
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद पाकिस्तान की सियासत में कोहराम मच गया है। पाकिस्तानी मीडिया डॉन न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान के आईटी मंत्री फवाद चौधरी ने पाक पीएम की जासूसी के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की धमकी दी है। चौधरी ने भारत पर जासूसी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे की जानकारी सामने आते ही इसे अंतर्राष्ट्रीय मंच से उठाया जाएगा। वहीं, पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फर्रूख हबीब ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ही बड़ा आरोप लगा दिया है। उन्होंन आरोप लगाया कि 'ऐसी आशंका है कि नवाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री और अपने 'दोस्त' नरेन्द्र मोदी की मदद से इमरान खान की जासूसी करवाई है'।
बिना किसी सबूत आरोप
पाकिस्तानी मंत्री ने बगैर कोई सबूत पेश किए भारतीय प्रधानमंत्री पर अनर्गल आरोपों की बरसात कर दी। फर्रूख हबीब ने आशंका जताते हुए कहा कि इजरायली सॉफ्टवेयर की मदद से इमरान खान के फोन को हैक करवाया गया है और इसके लिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने दोस्त और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद ली होगी। हबीब ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सरकार भी एनएसओ ग्रुप के ग्राहकों में शामिल है। फैसलाबाद में इमरान सरकार के मंत्री ने भारत पर अनर्गल आरोप लगाते हुए कहा कि 'नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ ने हिस्सा लिया था और उन्होंने उस दौरान हुर्रियत के नेताओं से मुलाकात नहीं की थी'। उन्होंने आरोप लगाते हुए पूछा कि देश में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नवाज शरीफ ने क्यों इमरान खान के फोन हैक करवाए।
भारत के हजार नंबर लिस्ट में शामिल
अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत से 1,000 और पाकिस्तान से 100 नंबरों को निगरानी सूची में रखा गया था। आपको बता दें कि स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर Pegasus को इजरायली फर्म NSO Group Technologies द्वारा विकसित किया गया है। कंपनी हैकिंग सॉफ्टवेयर बनाने में माहिर है। कंपनी का दावा है कि कई देशों की सरकारों ने जासूसी के लिए उनके सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है।
मोदी सरकार के मंत्रियों की भी जासूसी
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि न केवल कांग्रेस नेता बल्कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल और संसद में सरकार का बचाव करने वाले आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के फोन भी हैकिंग के निशाने पर थे। रिपोर्ट में जिन नामों का जिक्र किया गया है उनमें कई प्रमुख चेहरे शामिल हैं। इस लिस्ट में राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के फोन नंबर भी शामिल थे। इस लिस्ट में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का भी नाम है. उन्होंने ही 2014 में मोदी को ब्रांड किया था। सूची में पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का भी नाम शामिल है। लवासा ने 2009 के चुनावों में मोदी-शाह के खिलाफ शिकायत पर चुनाव आयोग के फैसले से असहमति जताई थी।