बातचीत के लिए साउथ कोरिया ने डोनाल्ड ट्रंप को दिया श्रेय, तो नॉर्थ कोरिया हुआ नाराज
सियोल। एशिया में दो धुर विरोधी मुल्क नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच अब धीरे-धीरे बर्फ पिघलती दिख रही है। अगले महीने साउथ कोरिया में विंटर ओलपिंक गेम होने जा रहे हैं और इसको लेकर सियोल और प्योंगयांग के बीच सोमवार को दूसरी बार मुलाकात हुई है। हालांकि, नॉर्थ कोरिया ने अपनी ऐतिहासिक मुलाकात का श्रेय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को देने के लिए कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। बात दें कि साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के साथ हुई मुलाकात के लिए ट्रंप के प्रयासों का शुक्रिया अदा किया था।
नॉर्थ कोरिया नाराज
नॉर्थ कोरिया के स्टेट न्यूज एजेंसी ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन की कड़ी आलोचना की है। मून ने कहा था कि दो कोरियाओं को एक साथ लाने के लिए ट्रंप ने बहुत कोशिश की थी, जिसके लिए उनका शुक्रिया। सोमवार को मुलाकात से पहले ऐसी खबरे आयी थी कि नॉर्थ कोरिया इसका विरोध करने के लिए अपने ओलंपिक डेलिगेशन को साउथ कोरिया भेजने की योजना को रद्द कर सकते हैं। हालांकि, सोमवार को दोनों देशों के बीच बहुत ही अहम बैठक हुई थी, जिसमें नॉर्थ कोरिया ने अपने एथलीट के साथ-साथ ऑर्केस्ट्रा भी भेजने की बात कही है।
कोरियाई प्रायद्वीप से एयरक्राफ्ट हटाएं
नार्थ कोरिया ने कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप के निकट साउथ कोरिया अपने मित्र देश के अमेरिका के एयरक्राफ्ट की तैनाती को जारी रख रहा है। न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, ओलंपिक खेलों के दौरान इस प्रकार की हरकत हैरान करने वाली है। बता दें कि दोनों देश एक बार फिर बुधवार को सीमा वार्ता को लेकर मुलाकात कर सकते हैं। इस साल की शुरूआत से ही दोनों देशों के बीच रिश्तों में गर्माहट देखने को मिलने रही है।
दोनों देशों के बीच तनाव हो रहा है कम
कोरियाई प्रायद्वीप में चल रहे न्यूक्लियर हमले की टेंशन के बीच नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया की मुलाकात ने पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली है। पिछले साल दोनों देशों के बीच खतरनाक तनातनी देखने को मिली थी और अमेरिका व नॉर्थ कोरिया कई बार न्यूक्लियर हमले की धमकी दे चुके हैं। करीब 25 महीनों के बाद नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच साल के पहले सप्ताह में पहली मुलाकात हुई थी