Imran Khan Pakistan में नया राजनीतिक पैंतरा आजमाने की ओर ! सभी विधानसभाओं से इस्तीफे का ऐलान
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा, पार्टी नेताओं ने सभी विधानसभाओं से इस्तीफा देने का फैसला किया है। Imran Khan Pakistan pti members resign from all Assemblies
Imran Khan Pakistan की राजनीति में क्या करने वाले हैं, इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है। सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान खान लगातार दोबारा खड़े होने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इरादे सफल नहीं हो रहे। अब नए घटनाक्रम में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने सभी विधानसभाओं से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रसारित खबरों के मुताबिक पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक सार्वजनिक सभा में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की कि उनकी पार्टी के सभी निर्वाचित नेताओं ने पाकिस्तान की सभी विधानसभा सीटों से इस्तीफा देने का फैसला लिया है।
भ्रष्ट व्यवस्था को छोड़ने का फैसला
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को रावलपिंडी के जलसे में कहा, उनकी पार्टी ने मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था का हिस्सा नहीं रहने का फैसला किया है। रावलपिंडी के रहमानाबाद में पीटीआई के शक्ति प्रदर्शन के दौरान रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा, "हम इस प्रणाली का हिस्सा नहीं होंगे। हमने सभी विधानसभाओं को छोड़ने और इस भ्रष्ट व्यवस्था से बाहर निकलने का फैसला किया है।"
कब विधानसभाओं को छोड़ेगी PTI
बता दें कि इमरान की पीटीआई पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में सत्ता में है। उन्होंने कहा कि पीटीआई ने किसी तबाही या अराजकता जैसे हालात को टालने के लिए इस्लामाबाद नहीं जाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, पीटीआई नेताओं के इस्तीफे को लेकर इमरान खान अपने मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल से मिलेंगे। बकौल इमरान खान, पीटीआई जल्द ही इस बारे में घोषणा करेंगी कि पार्टी विधानसभाओं को कब छोड़ेगी।
आंतरिक मंत्रालय ने कहा- आतंकी खतरे की आशंका
पीटीआई के लॉन्ग मार्च के 'क्लाइमैक्स' से पहले, पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान से मार्च स्थगित करने और पाकिस्तान की प्रगति के लिए संसद में लौटने की अपील की। उन्होंने संभावित आतंकी खतरे की चेतावनी भी दी थी। बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में इमरान खान की हत्या का स्पष्ट प्रयास हुआ। बाल-बाल बचे इमरान खान ने इस्लामाबाद की ओर अपना विरोध मार्च फिर से शुरू कर दिया।
क्या इमरान ने मान ली हार ?
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर आंतरिक मंत्री सनाउल्लाह ने दावा किया कि पीटीआई पंजाब विधानसभा को भंग नहीं कर पाएगी क्योंकि उसके पक्ष में जरूरी संख्या नहीं है। सनाउल्लाह ने जियो न्यूज के शो नया पाकिस्तान में कहा, इमरान का सभी विधानसभाओं को छोड़ने का फैसला "अपनी विफलता की स्वीकारोक्ति" है।
नौ महीने बाद इलेक्शन, PTI की जीत का दावा
सियासी हलचल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ने दावा किया है कि उनकी पार्टी चुनाव या राजनीति के लिए रावलपिंडी नहीं आई। उन्होंने कहा कि पाक में नए सिरे से चुनाव कराना देश की जरूरत है। इमरान ने कहा कि उन्हें चुनाव की परवाह नहीं है क्योंकि चुनाव नौ महीने में होंगे और उनकी पार्टी जीतेगी।
आखिरी गेंद तक लड़ाई का संकल्प
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ने कहा, देश का इतिहास गवाह है कि वह पाकिस्तान के लिए आखिरी गेंद तक लड़ते रहे। उन्होंने कहा, "मैं यह भी कहना चाहता हूं कि जिन्होंने अपनी संपत्ति में भारी वृद्धि देखी और देश के अधिकारों को रौंदा ... इतिहास भी उनकी ओर देख रहा है और लिख रहा है कि उन्होंने देश के साथ क्या किया।"
'डर्टी हैरी' किसे कहते हैं इमरान खान !
इमरान ने बिना नाम लिए विरोधी राजनेता पर हमला बोला। दिलचस्प है कि इस सियासी विरोधी के लिए इमरान 'डर्टी हैरी' शब्द का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, पीटीआई समर्थकों और पत्रकारों के कथित दुर्व्यवहार के पीछे उन्हीं का हाथ है। उन्होंने कहा, "पत्रकारों को धमकी दी गई और उन्हें पीटा जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि अरशद शरीफ के साथ क्या हुआ ? उनकी क्या गलती थी? हमने पाकिस्तान में ऐसा कभी नहीं देखा। बर्बरता के साथ अरशद शरीफ को धमकी भी दी गई।
इमरान का आरोप- विरोधियों को प्रताड़ित कर रही पाक सरकार
बकौल इमरान, अरशद इसलिए निशाने पर हैं क्योंकि वे मीडिया के सामने इमरान खान की कहानी ला रहे थे। उन्होंने कहा कि पीटीआई के सोशल मीडिया वर्कर्स और सांसद आजम स्वाति और शाहबाज गिल को प्रताड़ित करने के पीछे भी यही कारण है। इमरान ने अफसोस जताया कि देश के संस्थान अपनी पिछली गलतियों से क्यों नहीं सीखते। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में पाकिस्तान का प्रशासन और चुनाव आयोग उनके खिलाफ एकजुट हो गए, लेकिन देश ने जोरदार संदेश दिया है, जनता पीटीआई के साथ खड़ी है।
कानून की कोई परवाह नहीं
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश की मौजूदा समस्याएं संसाधनों की कमी की वजह से नहीं बल्कि शुरू से ही कानून के राज की कमी की वजह से हैं। उन्होंने कहा, समृद्ध समाजों में कानून का शासन होता है जबकि विकासशील देशों को कानून की कोई परवाह नहीं है। इसी से ऐसे देशों की समस्याएं भी समझ में आती हैं।
निर्णायक मोड़ पर है पाकिस्तान
बकौल इमरान खान, पाकिस्तान एक "निर्णायक बिंदु" और "चौराहे" पर खड़ा है। दो ही रास्ते हैं। एक रास्ता आशीर्वाद और महानता का है जबकि दूसरा रास्ता अपमान और विनाश का है। उन्होंने पीटीआई के वफादारों से आह्वान किया कि अगर वे स्वतंत्र रूप से जीना चाहते हैं तो खुद को मृत्यु के भय से मुक्त कर लें। इमरान ने हुंकार भरते हुए कहा, "डर पूरे देश को गुलाम बना देता है।"
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