खाने की कमी, फिर क्या खाते हैं उत्तर कोरियाई?
उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे वहां खाने-पीने की चीजों की भी कमी है.
अपने अनियंत्रित परमाणु कार्यक्रम के चलते उत्तर कोरिया को कई तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है.
बीते साल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत कई देशों ने उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु कार्यक्रम की वजह से आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंधों के जरिए उत्तर कोरिया के आय के स्रोत पर शिकंजा कसने की कोशिश की है. उत्तर कोरिया से कपड़ों के निर्यात पर रोक के अलावा तय सीमा तक ही कच्चे तेल के आयात की अनुमति दी गई है.
इसके अलावा अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने भी उत्तर कोरिया पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे.
इन प्रतिबंधों के चलते उत्तर कोरिया के सामने आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है. देश के भीतर खाने की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध करवा पाना मुश्किल हो गया है.
ऐसे हालात में उत्तर कोरियाई लोगों ने खाने के कमी को दूर करने के लिए कुछ नए पकवान बनाने शुरू किए हैं.
एक नज़र इन ख़ास पकवानों पर-
वैसे तो उत्तर कोरिया में पिछले कई सालों से खाने के कमी एक आम सी बात हो गई है. यही वजह है कि यहां के लोगों ने सामान्य साम्रगी से ही अलग-अलग तरीके का खाना बनाने की विधियां इजाद कर ली.
जिस पकवान की तस्वीर ऊपर लगी है उसका नाम है सोक्काडुजियन. इसे आम भाषा में 'क्विक केक' भी कहते हैं. इस केक को बनाने के लिए उसे बेक करने की ज़रूरत नहीं पड़ती और इसे बनाने में वक्त भी बहुत कम लगता है.
होंग युन हेई कुछ समय पहले उत्तर कोरिया से दक्षिण कोरिया भाग गई थीं. उन्होंने बताया कि वे भुट्टे से स्वादिष्ट केक बना लेती हैं.
होंग युन हेई सोला में एक रेस्टोरेंट चलाती हैं. वे बताती हैं कि उत्तर कोरिया में गरीब लोग आमतौर पर भुट्टा खाते हैं क्योंकि यह चावल से सस्ता होता है. होंग युन हेई अपने रेस्टोरेंट में यह खाना बनाकर दिखाती हैं जो उत्तर कोरिया के लोग खाने की कमी के दौरान बनाते हैं.
इस खाने का नाम इंजेक्टर है, यह शाकाहारी प्रोटीन से युक्त है. इसका दूसरा नाम 'ह्यूमन मेड मीट' भी है. यह एक शाकाहारी मीट की तरह होता है जिसे सोयाबीन से बनाया जाता है.
इसका नाम इंज़ोगोगिबाब है. यह इंज़ोगोगी या वेज मीट से बनाया जाता है. इसे चावल के साथ या फ़िर मछली के साथ खाया जाता है. माना जाता है कि इस खाने में कैलेरी बहुत कम होती है जबकि प्रोटीन और फ़ाइबर भरपूर मात्रा में होता है.
इस खाने का नाम है डुबुबाब. इसमें टोफू या सोयाबीन दूध की एक पतली सी परत होती है, साथ ही चावल के आटे की परत भी लगी होती है. उत्तर कोरियाई नागरिकों के लिए यह एक सस्ता स्नैक है, जिसे वे सॉस के साथ खाते हैं.
ये बिस्किट बेहद स्वादिष्ट होते हैं. ये ऊपर से नरम और भीतर से गीले होते हैं. इन्हें आटे और चीनी से बनाया जाता है. कभी-कभी इनमें अंगूरों का प्रयोग भी किया जाता है.
यह एक तरह का सॉस है जिसे अलग-अलग सब्जियां मिलाकर बनाया जाता है. इसमें चावल के दाने और सूअर का खून भी मिलाया जाता है.
कुंगसुन्गा नामक यह डिश पॉपकॉर्न जैसी दिखती है. इसे सोयाबीन के दानों के साथ चीनी मिलाकर बनाया जाता है. उत्तर कोरियाई नागरिकों के बीच इसे काफ़ी पसंद किया जाता है.
अलसाटोंग को बनाने के लिए चीनी और सिरके को मिलाया जाता है. यह डिश विशेष मौकों पर बनाई जाती है जैसे किम सुंग इल की जयंती के अवसर पर.