एक महीने में ही कर दिया ब्रिटेन का बेड़ा गर्क, लिज ट्रस को हटाकर क्या PM बनाए जाएंगे ऋषि सुनक?
यूके की गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के बैकबेंचर्स प्रधानमंत्री लिज ट्रस को पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के पद से बदलने की साजिश रच रहे हैं।
Britain PM Liz Truss: कहते हैं, कि अगर एक अयोग्य आदमी के हाथ देश की सत्ता आ जाए, तो फिर उस देश का बेड़ा गर्क होना तय हो जाता है और ब्रिटेन की सत्ता भी एक महीने पहले एक ऐसे ही 'अयोग्य' के हाथ में दे दी गई थी। पिछले एक महीने में ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस के फैसलों ने ब्रिटेन को बेहाली के रास्ते पर ला खड़ा दिया है और अगर स्थिति जल्द नहीं संभाली गई, तो फिर देश गंभीर आर्थिक संकट में फंस सकता है। चुनावी कैम्पेन के दौरान ऋषि सुनक ने बार बार लिज ट्रस के लोकलुभावन वादों के लिए चेतावनी दी थी, लेकिन लिज ट्रस अपनी जिद पर अड़ी रहीं। वहीं, प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें अपने वादों से बार बार यू-टर्न लेना पड़ रहा है। वहीं, अब रिपोर्ट है कि, लिज ट्रस को प्रधानमंत्री पद से हटाकर ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।
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ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति बेहद खराब
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि, यूके की गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के बैकबेंचर्स प्रधानमंत्री लिज ट्रस को पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के पद से बदलने की साजिश रच रहे हैं। शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है, कि लिज ट्रस के खिलाफ पिछले एक महीने में ही पार्टी के अंदर काफी ज्यादा असंतुष्टि बढ़ गई है और लोगों का उनके ऊपर से तेजी से विश्वास उठ रहा है। एक महीने के अंदर ही लिज ट्रस को अपने वित्तमंत्री को बर्खास्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे उनकी कमजोर छवि और भी कमजोर हो गई है। वहीं, अब पूर्व नेतृत्व चाहता है, कि ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा और रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषि सुनक गुट एक्टिव हो चुका है। हालांकि, लिज ट्रस को पद से हटाना इतना आसान नहीं है और कंजर्वेटिव पार्टी के संविधान के तहत किसी प्रधानमंत्री को कम से कम एक साल के कार्यकाल के बाद ही पद से हटाया जा सकता है और लिज ट्रस पिछले महीने 6 सितंबर को ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनी हैं।
लिज ट्रस के खिलाफ बढ़ा असंतोष
'द टाइम्स' के लिए YouGov ने जो सर्वे किया है, उसमें पाया गया है कि, पार्टी के लगभग आधे समर्थकों का मानना है कि, पार्टी ने नेतृत्व ने चुनाव में गलत उम्मीदवार को चुना है। सर्वेक्षण में पाया गया है कि, पिछले चुनाव में कंजरवेटिव के लिए मतदान करने वालों में से 62 प्रतिशत ने कहा कि, पार्टी के सदस्यों ने गलत उम्मीदवार का चुनाव किया है, जब लिज ट्रस और ऋषि सुनक के बीच मुकाबला चल रहा था। हालांकि, 15 प्रतिशत लोगों का अभी भी मानना है, कि लिज ट्रस सही उम्मीदवार हैं। यानि, 62 प्रतिशत लोगों के खिलाफ जाने के बाद अब पार्टी के सांसद सदस्य घबराए हुए हैं और संसदीय दल के भीतर सबसे अधिक वोट हासिल करने वाले उम्मीदवारों में विकल्पों पर विचार करना शुरू कर दिया गया है। इसमें दूसरे नंबर पर भारतीय मूल के ऋषि सुनक रहे थे, जबकि उनके बाद कॉमन्स पेनी के नेता मोर्डौंट तीसरे स्थान पर रहे थे।
वित्तमंत्री को किया बर्खास्त
वहीं, आर्थिक स्थिति संभालने में बुरी तरह से नाकाम रहने वाली लिज ट्रस ने अपने नव नियुक्त वित्तमंत्री क्वासी क्वार्टेंग को पद से बर्खास्त कर दिया है। क्वासी क्वार्टेंग ने इसकी पुष्टि की है। क्वार्टेंग ने लिज ट्रस के नए आर्थिक पैकेज को पेश करने के महज दस में बाद हुए बदलाव के बाद बनी स्थितियों के बीच पद छोड़ दिया है। वह ब्रिटेन के वित्तमंत्री के पद पर मात्र छह सप्ताह रह पाए। पद से हटने के साथ ही क्वार्टेंग ने 1970 के बाद से ब्रिटेन में सबसे कम समय तक चांसलर रहने का 'रिकॉर्ड' अपने नाम कर लिया है। प्रधानमंत्री लिज ट्रस के बड़े पैमाने पर टैक्स कटौती ने वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मचा दी है, जिसको लेकर ऋषि सुनक बार बार लिज ट्रस को चेतावनी दे रहे थे। लिहाजा, अब ब्रिटिश पीएम पर आर्थिक पैकेज पर निर्णय बदलने के लिए दबाव है। वे इसको लेकर संवाददाता सम्मेलन करने जा रही हैं। हालांकि उससे पहले ही उनके वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग ने अपना इस्तीफा दे दिया।
क्या लिज ट्रस को हटाया जा सकता है?
लिज ट्रस ने पिछले एक महीने में जिस तरह से देश को संभाला है, उसे देखकर कंजर्वेटिव पार्टी बुरी तरह से डर गई है और नेताओं में देश की आर्थिक स्थिति बर्बाद होने का डर सता रहा है। पार्टी नेता अब सपने में भी नहीं सोच पा रहे हैं, कि एक साल तक अगर लिज ट्रस प्रधानमंत्री रहीं, तो फिर देश का क्या होगा। वहीं, द स्कट्समैन की रिपोर्ट के मुताबिक, कंजर्वेटिव पार्टी के कई नेताओं ने 1922 समिति के प्रेसिडेंट को अविश्वास प्रस्ताव से जुड़ी हुई चिट्ठी भेजनी शुरू कर दी है। नेताओं का कहना है, कि लिज ट्रस पद संभालने लायक ही नहीं हैं। वहीं, आपको बता दें कि, 1922 समिति कंजर्वेटिव पार्टी के अंदर नियमों को बदलने वाली कमेटी है। वहीं, द टाइम्स के एसोसिएट पॉलिटिकल ए़डिटर हेनरी जेफमैन ने गुरुवार को अपने ट्वीट में कहा कि, एक टोरी सांसद ने उन्हें कहा कि, अगर 1922 समिति नियमों में बदलाव करती है, तो फिर हम बहुत जल्द अविश्वास की चौखट तक पहुंच जाएंगे।
ब्रिटेन में कई विकल्पों पर विचार
ब्रिटेन में अब कई विकल्पों पर विचार होने लगे हैं और एक विकल्प ये भी है, कि 49 साल के मोर्डंट को पार्टी नेता और नया प्रधानमंत्री बनाया जाए और ऋषि सुनक को उनके शानदार अनुभव को देखते हुए देश का नया वित्तमंत्री बनाया जाए। ऋषि सुनक की ब्रिटेन के अंदर काफी तारीफ इस बात को लेकर हो रही है, कि उन्होंने पहले ही उथल- पुथल को लेकर चेतावनी लिज ट्रस को दे दी थीं, लेकिन ट्रस ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया था। वहीं, एक वरिष्ठ टोरी सांसद ने 'द टाइम्स' में कहा कि, "एक नये राज्याभिषेक की व्यवस्था करना इतना कठिन नहीं होगा।" कंजर्वेटिव पार्टी का मानना है कि ऋषि सुनक के साथ एक समझौता संभव है, जो पार्टी की सदस्यता में लिज ट्रस से हार गये थे और मोर्डंट जो सांसदों के बीच मतदान के शुरुआती चरण में तीसरे स्थान पर आए थे, उन्होंने रेस से बाहर होने के बाद लिज ट्रस को अपना समर्थन दे दिया था। हालांकि, पूर्व प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के वफादारों ने असंतुष्ट ऋषि सुनक समर्थकों द्वारा इस तरह की लोकतंत्र विरोधी साजिश की निंदा की है।
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