अपनी छोटी बेटियों के साथ पिता करता था गंदी हरकत, एक्ट्रेस बोलीं- डैड की 9 पत्नियां और 64 बच्चे थे, सबके साथ...
अपनी छोटी बेटियों के साथ पिता करता था गंदी हरकत, एक्ट्रेस बोलीं- डैड की 9 पत्नियां और 64 बच्चे थे, सबके साथ...
नई दिल्ली, 10 जून: ऑस्ट्रेलियाई टीवी शो 'द बैचलर' में काम कर चुकीं एक्ट्रेस केइरा मागुइरे ने खुलासा किया है कि उसके पिता की नौ पत्नियां और 64 बच्चे थे। केइरा मागुइरे ने कहा कि उसके एक पंथ नेता और पीडोफाइल्स शख्स थे। बता दें कि पीडोफाइल्स एक टर्म है, जिसका मतलब होता है, वैसा व्यक्ति जो बच्चों के प्रति कामुकता भाव से आकर्षित हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पीडोफाइल का मतलब वैसा शख्स, जो 13 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रति सेक्सुअल आकर्षण रखने या उनके साथ यौन गतिविधियों में संलिप्त होता है। ऑस्ट्रेलियाई टीवी केइरा ने कहा कि पांच साल की उम्र तक उन्हें तो पता नहीं नहीं था कि उनकी मां कौन हैं।
'मेरे पिता की 9 पत्नी और 64 बच्चे थे...'
35 वर्षीय केइरा ने कहा कि उनका जन्म समुद्रतट के किनारे एक छोटे से गांव में हुआ था, जहां उनके पिता का बनाया हुआ एक छोटा संप्रदाय था। पिता खुद को उस संप्रदाय का मालिक बताते थे। केइरा ने कहा, ''मेरे पिता का नाम अलीस्ता लैश्कोचव था। उनकी 9 पत्नियां और 64 बच्चे थे। लेकिन मेरे उनसे कोई लेना-देना नहीं हैं। मैं उस शख्स को अपना पिता नहीं मानती हूं। वो मुझे परिभाषित नहीं करते हैं। मुझे तो पांच सालों तक अपनी मां के बारे में भी नहीं पता था।''
एक ही कमरे में 9 पत्नी और 64 बच्चों के साथ सोता था पिता
द सन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक्ट्रेस केइरा के पिता का नाम अलीस्ता लैश्कोचव था, जिनका जन्म न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में हुआ था, लेकिन 1969 में वह इयान लोव से अपना नाम बदल कर ऑस्ट्रेलिया में एक बीच किनारे बस गए थे। उन्होंने बायरन बे में एक पंथ (संप्रदाय) की स्थापना की और नौ पत्नियों के साथ वहीं रहने लगे। रिपोर्ट के मुताबिक अलीस्ता लैश्कोचव एक बड़े बेडरूम में अपनी 9 पत्नियों और 64 बच्चों के साथ सोता था।
'मुझे नहीं पता कि मेरी कौन थी...'
रिपोर्ट के मुताबिक केइरा ने अपने अनुभवों के बारे में बोलते हुए कहा, ''मुझे नहीं पता कि आप लोग मेरी कहानी जानते हैं या नहीं लेकिन मेरी मां एक पंथ में रहती थी। मेरे पिताजी उस पंथ के नेता थे। मुझे छोड़कर 63 बच्चे थे। मुझे नहीं पता था कि मेरी असली मां कौन थी जब तक मैं छह साल की नहीं हुई। लेकिन अपने आसपास चीजों को देखकर इतना समझ पाती थी कि ये सब सामान्य नहीं था।"
बता दें कि अलीस्ता लैश्कोचव की पत्नियों में से एक केइरा की मां मिशेल थीं। 1992 में लिए गए फुटेज में मिशेल उस अजीब पंथ के हिस्से के रूप में रहने के अपने फैसले का बचाव करते हुए देखी जा सकती हैं। लेकिन आखिरकर वह केइरा को पांच साल की उम्र में छोड़कर चली गई थीं।
20 बच्चियों के यौन शोषण का दोषी था पिता
अलीस्ता लैश्कोचव को 2000 में 71 वर्ष की आयु में 20 बाल यौन अपराधों और शोषण के आरोप में दोषी पाए जाने के बाद जेल में डाल दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक उनके चार पीड़ितों की उम्र सात से 11 वर्ष के बीच थी। 1993 में इस भयानक अपराध के सामने आने के बाद ये खबर आग की तरह फैली थी। अलीस्ता लैश्कोचव की अप्रैल 2012 में जेल में मौत हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक जिन 20 बच्चियों के यौन शोषण के आरोप में अलीस्ता लैश्कोचव दोषी पाया गया था, वो उनकी बेटियां ही थीं।
'जब महिलाओं की बात आती हैं मैं स्वार्थी हो जाता हूं'
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक 1992 में एक अलीस्ता लैश्कोचव ने एक इंटरव्यू दिया था, जिममें उसने कहा था, ''उसने क्या गलत किया है। राजा सुलेमान की भी बहुत सारी पत्नियां थीं। उनकी 70 पत्नियां और 500 रखेल थी। मैं उनके इतना लालची नहीं हूं लेकिन हां, निश्चित रूप से, जब महिलाओं की बात आती है, मैं स्वार्थी हो जाता हूं।''
पिता ने कहा था- एक रात में मैं 4 से 5 महिलाओं को संतुष्ट करता हूं
अलीस्ता लैश्कोचव ने एक इंटरव्यू ये भी कहा था कि, "मुझे नहीं लगता कि मैं किसी अन्य पुरुष से ज्यादा खास हूं और मेरा मानना है कि कोई भी पुरुष वह कर सकता है जो मैं करता हूं और एक रात में चार से पांच महिलाओं को संतुष्ट करता हूं।" अलीस्ता लैश्कोचव की 1992 की एक फोटो भी सामने आई है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह अपनी पत्नियों को आसपास बिठाकर गिटार बजाता था और खुद को यीशु मसीह कहता था।
एक्ट्रेस बेटी बोली- मैंने अपने किसी ब्वॉयफ्रेंड को भी इसके बारे में नहीं बोला
2016 में द प्रोजेक्ट के साथ एक इंटरव्यू में केइरा ने कहा था कि उसे डर है कि अगर उसने अपने परिवार के इतिहास के बारे में किसी को बताया तो उसे लोग जज करेंगे। उन्होंने कहा था, "यहां तक कि मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड, जिनके साथ भी मैं रिश्ते में रही हूं...मैंने अपने पिता के बारे में कभी भी उनसे बात नहीं की। मैं नहीं चाहती थी कि वे मुझे जज करें क्योंकि जो भी मैंने बचपन में देखा था वो सामान्य नहीं था।''