Inflation:दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में कहां कितनी महंगाई ? 10वें पर भारत, WEO रिपोर्ट में चेतावनी
Inflation worldwide 2022: ऐसे समय में जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट अक्टूबर-2022 के हवाले से कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में उम्मीद से ज्यादा गिरावट महसूस की जा रहा है और महंगाई कई दशकों में सबसे ज्यादा है, वार्षिक महंगाई को लेकर वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स के डेटा बहुत ही गंभीर हालात बयां कर रहे हैं। इसमें दुनिया की 19 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के आंकड़े दिए गए हैं, जिनसे स्थिति की संवेदनशीलता सामने आ रही है। इस लिस्ट में भारत को 10वें नंबर पर रखा गया है,जहां वार्षिक महंगाई 7.4% बताई गई है। लेकिन, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, इटली और रूस जैसे देशों में महंगाई भारत से भी ज्यादा दिखाई गई है।
तुर्की और अर्जेंटीना में महंगाई से हालात बदतर
वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स (World of Statistics) ने अपने ट्विटर हैंडल पर जो 19 देशों में सालाना महंगाई के आंकड़े दिए हैं, उसमें सबसे बुरे हालात तुर्की और अर्जेंटीना में हैं। यहां वार्षिक महंगाई दर बढ़कर क्रमश: 83.4% और 83% तक पहुंच चुके हैं। लेकिन, ये भी कम हैरानी की बात नहीं है कि सबसे ज्यादा महंगाई की मार झेल रहे पहले 9 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश भी शामिल हैं, जो महंगाई डायन की जाल में बुरी तरह उलझते नजर आ रहे हैं।
अमेरिका, यूके और इटली में हालात भारत से बुरे
वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स के अनुसार सालाना महंगाई वाली लिस्ट में उनके बाद नीदरलैंड-14.5%, रूस, 13.7%, इटली-11.9%, जर्मनी-10.4%, यूके-10.1%, अमेरिका-8.2% और दक्षिण अफ्रीका -7.5% हैं। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और हाल तक ब्रिटेन पांचवीं अर्थव्यस्था था, लेकिन दोनों महंगाई के मोर्चे पर काफी फिसड्डी नजर आ रहे हैं। भारत हाल ही में ब्रिटेन को छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।
महंगाई में भारत 10वें स्थान पर
भारत इस लिस्ट में 7.4% महंगाई दर के साथ 10वें स्थान पर है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया-7.3%, ब्राजील-7.1%, कनाडा-6.9%, फ्रांस- 6.2%, इंडोनेशिया- 5.9%, दक्षिण कोरिया-5.6%, सऊदी अरब-3.1%, जापान 3% और सबसे आखिर में चीन है, जो 2.8% महंगाई दर का सामना कर रहा है। यानि तमाम दबावों के बावजूद चीन और जापान ने अपनी अर्थव्यस्थाओं को काफी कंट्रोल में रखा हुआ है।
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तय लक्ष्य से ज्यादा महंगाई
हालांकि, भारत के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई दर को 2 से 6% तक रखने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है, लेकिन 7.4% की महंगाई दर के आंकड़ों से हालात अलग लग रहे हैं और लगता है कि फिलहाल सरकार और आरबीआई द्वारा उठाए गए सारे कदम पूरी तरह से अपने काम का असर नहीं डाल पा रहे हैं। लेकिन, भारत के लिए संतोष की बात ये हो सकती है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी और तमाम लोक कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने के केंद्र सरकार के फैसले के बावजूद हम फिर भी अमेरिका-यूके जैसे देशों से बेहतर स्थिति में हैं।
वैश्विक विकास की भी तस्वीर अच्छी नहीं
इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट अक्टूबर-2022 की स्थिति के आधार पर बताया कि वैश्विक आर्थिक गतिविधियां उम्मीद से ज्यादा मंद हैं और इसमें महंगाई कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ रही है। इसकी वजह ज्यादातर क्षेत्रों में जीवन यापन का संकट, वित्तीय परेशानियां, यूक्रेन पर रूस का हमला और कोविड-19 की मार शामिल है। इसने वैश्विक विकास के अनुमानों को 2021 के 6% से घटाकर 2022 के लिए 3.2% और 2023 के लिए 2.7% कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक वित्तीय संकट और कोविड-19 महामारी की दौर को छोड़कर 2001 के बाद ये सबसे बुरा ग्रोथ प्रोफाइल है।
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2022 में 8.8% तक जाएगी वैश्विक महंगाई
जहां तक वैश्विक महंगाई की बात है तो आईएमएफ की भविष्यवाणी के मुताबिक 2021 के 4.7% से बढ़कर 2022 में यह 8.8% तक जाएगी, लेकिन 2023 में घटकर 6.5% तक आ जाएगी। यह सिलसिला 2024 में भी जारी रहेगी और वैश्विक महंगाई घटकर 4.1% तक आ जाएगी। (तस्वीरें- सांकेतिक)