जाकिर नाइक को सता रहा है गिरफ्तारी का डर, ED से मांगी सवालों की लिस्ट
नाईक ने कहा कि उसके अनिवासी भारतीय होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत से कहा कि वह जांच में शामिल नहीं हो रहा है और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
नई दिल्ली। विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने प्रवर्तन निदेशालय को धनशोधन के मामले में जवाबी पत्र लिखा है। जाकिर ने इस पत्र के माध्यम से कहा है कि एजेंसी उसे प्रश्नावली भेज सकती है क्योंकि व्यक्तिगत रूप से पेश होने पर उसे गिरफ्तारी का डर है। नाइक ने अपने वकील महेश मुले के जरिए पत्र लिखकर कहा है कि आमिर गजदार (नाइक के विश्वासपात्र) की गिरफ्तारी से जांच को लेकर हमारी आशंका और मजबूत हुई है और हमें भय है कि व्यक्तिगत रूप से पेश होने पर हमारे क्लाइंट के साथ भी ऐसा ही हो सकता है।
आपको बता दें कि 50 वर्षीय गजदर को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके बाद पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जाकिर ने कहा है कि अगर एजेंसी उसे जवाब भेजती है तो वो उसका सही-सही जवाब जरूर देंगे। नाईक ने कहा कि उसके अनिवासी भारतीय होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत से कहा कि वह जांच में शामिल नहीं हो रहा है और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। समन के जवाब में इस सप्ताह की शुरूआत में नाइक ने कहा था कि वह किसी भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से बयान दर्ज कराने को तैयार है। इसे भी पढ़ें- जाकिर नाइक के NGO ने ISIS के आतंकी को दिया था 80 हजार का स्कॉलरशिप
गौरतलब है कि जाकिर नाइक व उसकी एनजीओ इस्लामी रिसर्च फाउंडेशन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है। पिछले महीने ईडी ने नाईक को समन जारी कर अधिकारियों के समक्ष पेश होने को कहा था लेकिन नाइक उपस्थित नहीं हुआ।