जाकिर नाइक के NGO ने ISIS के आतंकी को दिया था 80 हजार का स्कॉलरशिप
राजस्थान के टोंक के रहने वाले अबू अनस को जनवरी, 2016 में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह आईएसआईएस की तरफ से लड़ने के लिए सीरिया जाने की फिराक में था।
नई दिल्ली। विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक और आईएसआईएस के रिक्रुटर्स के बीच के संबंधों का एक नया सबूत सामने आया है। नाइक की एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से ISIS के संदिग्ध आतंकी अनस को 80 हजार रुपए बतौर स्कॉलरशिप दिया गया है। एनआईए की जांच में हुए इस खुलासे के बाद अब सरकार नाइक के खिलाफ ऐंटि टेरर लॉज के तहत जांच करवा सकती है।
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आगे की बात करने से पहले आपको बता दें कि राजस्थान के टोंक के रहने वाले अबू अनस को जनवरी, 2016 में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह आईएसआईएस की तरफ से लड़ने के लिए सीरिया जाने की फिराक में था। नाइक की संस्था आईआरएफ को केंद्र सरकार पिछले हफ्ते ही पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर चुकी है। अंग्रजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक अनस को यह रकम उस वक्त ट्रांसफर किया गया जब वो आईएसआईएस ज्वाइन करने के लिए सीरिया जाने की फिराक में था।
खबर के मुताबिक अनस ने आईआरएफ की वेबसाइट पर स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया था और मुंबई में उसे इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। एनआईए के आईजी आलोक मित्तल के मुताबिक मामला दर्ज करने के बाद से आईआरएफ से जुड़े 20 ठिकानों की तलाशी ली जा चुकी है, जहां से बड़े पैमाने पर डीवीडी, वीडियो टेप, जाकिर नाइक के भाषणों का कलेक्शन, संपत्ति, निवेश, देश-विदेश से मिले चंदे औऱ वित्तीय लेनदेन के दस्तावेज बरामद हुए हैं।