World Idli Day 2021: जानें सबसे पहले कहां बनाई गई इडली और इससे जुड़ी 5 रोचक बातें
World Idli Day 2021: जानें सबसे पहले कहां बनाई गई इडली और इससे जुड़ी 5 रोचक बातें
विश्व इडली दिवस 2021: आज दुनियाभर में विश्व इडली दिवस मनाया जा रहा है। 30 मार्च को विश्वभर के कई देशों में वर्ल्ड इडली डे मनाया जाता है। इस दिन अलग-अलग होटलों पर इडली को कई तरह से बनाया जाता है। इडली को सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद डिश बताया जाता है। इडली डे को पहली बार साल 2015 में मनाया गया था। एक सर्वे के मुताबिक इडली विश्व के सबसे पसंदीदा ब्रेकफास्ट में से एक है। इस विश्व के लगभग हर देशों में खाया जात है। सैन फ्रांसिस्को से लेकर लंदन और न्यू जर्सी में भी इडली को ब्रेकफास्ट के तौर खाना बहुत पसंद किया जाता है। भारत में भी इडली लगभग हर शहरों में बड़े चाव से खाया जाता है। तो चलिए इस इडली डे हम आपको, इडली का इतिहास और इडली डे की शुरुआत कैसे हुई ये बताते हैं। साथ इडली से जुड़ी पांच रोचक बातें भी बताएंगे।
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कहां से और कैसे हुई इडली की शुरुआत
आप में से बहुत लोगों को लगता होगा कि इडली एक भारतीय डिश है। लेकिन ऐसा नहीं है। इडली सबसे पहली बार इंडोनेशिया में बनाई गई थी। ये वहीं से भारत में आई है। इडली शब्द की उत्पत्ति 'इडलीग' से हुई थी। फूड हिस्टोरियंस के मुताबिक भारत में इडली 800 से 100 ईसा पहले आई थी। भारतीय फूड हिस्टोरियन के.टी. आचार्य ने लिखा है कि इडली को सबसे पहले सम्भवत इंडोनेशिया में बनाया गया था। अपनी पुस्तक "ए हिस्टोरिकल डिक्शनरी ऑफ इंडियन फूड" में उन्होंने लिखा है कि 7वीं शताब्दी में भारत में स्टीमिंग फूड का कोई सोर्स नहीं था।
भारत में कैसे पहुंची इडली?
उन्होंने यह भी किताब में लिखा है कि इंडोनेशिया का "केडली" एक स्टीम केक की तरह बनने वाला डिश था। अपनी पुस्तक में उन्होंने एक अन्य समान इंडोनेशियाई डिश "बूरा" का उल्लेख है, जो अनिवार्य रूप से नारियल के दूध में पकाया जाने वाला एक आयताकार चावल का केक जैसा होता था, जिसे मसालेदार नारियल पाउडर के साथ परोसा जाता था। अपनी पुस्तक में, उन्होंने दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण भारत के शासकों और व्यापारियों के बीच कई ऐतिहासिक संबंधों का उल्लेख किया है। के.टी. आचार्य लिखते हैं कि इन्ही व्यापारियों संबंधों के द्वार शायद भारत में इडली की शुरुआत हुई होगी। संस्कृत मानसोलासा में, 'इदारिका' शब्द का उल्लेख किया गया है, जो उड़द की दाल से बना एक व्यंजन है।
कैसे हुई इडली डे की शुरुआत?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्ल्ड इडली डे सबसे पहले चेन्नई के एक लोकप्रिय इडली कैटरर एनियावन द्वारा मनाया गया था। इस दिवस को पहली बार बहुत ही अनोखे तरीके से कैटरर एनियावन ने सेलिब्रेट किया था। इडली कैटरर एनियावन ने करीब 1,328 तरीके की इडली बनाई थी और 30 मार्च 2015 में एक अधिकारी द्वारा 44 किलो का इडली केट काटा गया था। तब से लेकर हर साल विश्व इडली दिवस इसी दिन मनाया जाता है।
इडली के बारे में जानें 5 रोचक बातें
- क्या आप जानते हैं इडली को दुनिया में ब्रेकफास्ट के लिए सबसे अच्छे भोजन के रूप में माना जाता है? हालांकि यह किसी भी संगठन द्वारा आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है। हालांकि इसे यूनेस्को द्वारा बेस्ट ब्रेकफास्ट घोषित किया गया है, ऐसी एक फेक न्यूज सामने आई थी।
- मोटापा कम करने और डाइट करने वालों के लिए इडली एक बहुत ही अच्छा डिश है। एक रिसर्च में पता चला है कि जो लोग एक महीने के लिए नाश्ते में इडली खाते हैं, वो जल्दी वजन कम कर लेते हैं। चूंकि यह चावल और उड़द की दाल से बना है, इसलिए यह आसानी से पच जाता है। इस डिश में कैलरी यानी फैट बहुत ही कम होता है।
- ऊबर ईट्स के अनुसार इडली को सिर्फ भारत में ही नहींस बल्कि विदेशों में भी पसंद किया जाता है। सैन फ्रांसिस्को, लंदन और न्यू जर्सी में इडली ऑनलाइन बहुत ज्यादा ऑर्डर किया जाता है।
- इडली में विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाई जाती है। एक इडली में 1 मिलीग्राम आयरन होता है। इसके अलावा भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फोलेट, पोटेशियम और विटामिन ए भी पाया जाता है। आयरन आपके रक्त को ऑक्सीजन युक्त रखता है। आयरन की जरूरत पुरुषों को रोजाना 8 मिलीग्राम और महिलाओं को 18 मिलीग्राम की होती है।
- इडली एक ऐसा डिश है, जिसमें तेल का इस्तेमाल काफी कम होता है। इसलिए, आपको वसा या तेल सामग्री के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। ये आपके हार्ट को कोई दिक्कत नहीं होगी।