डिनर के बाद आज फिर मिलेंगे मोदी-पुतिन, भारत और रूस के बीच एस-400 की डील होगी सील!
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन गुरुवार को दो दिवसीय भारत दौरे पर राजधानी दिल्ली पहुंचे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूस के राष्ट्रपति का स्वागत किया और इसके बाद पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डिनर पर मुलाकात की। इंडियन एक्सप्रेस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पुतिन और मोदी के बीच इस 'डिनर डिप्लोमैसी' के दौरान सिर्फ उनके दुभाषिए ही मौजूद थे। इससे पहले जून में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच रूस के शहर सोची में एक अनौपचारिक समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। गुरुवार को दोनों नेता जब डिनर पर मिले तो उन्होंने कई अहम रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। पुतिन के इस भारत दौरे पर रूस और भारत के बीच एस-400 एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील फाइनल होगी। इस डील की वजह से अमेरिका और चीन की नजरें पुतिन के भारत दौरे पर टिकी हैं। ये भी पढ़ें-मिसाइल डील पर अमेरिका की तरफ से आई प्रतिबंधों की धमकी
आज लगेगी डील पर मोहर
सोची में जब मोदी और पुतिन की मुलाकात हुई थी तो दोनों नेताओं ने करीब छह घंटे साथ में बिताए थे। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गुरुवार को डिनर पर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े कई अहम रणनीतिक मसलों पर चर्चा की। शुक्रवार को जब पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति फिर से मुलाकात करेंगे तो इसके बाद एक ज्वॉइन्ट स्टेटमेंट जारी किया जाएगा। इस स्टेटमेंट में ही पता लग पाएगा कि भाररत और रूस के बीच एस-400 की डील साइन हुई है। पांच बिलियन डॉलर वाली इस डील को लेकर अमेरिका की तरफ से पहले ही चेतावनी जारी की जा चुकी है। अमेरिकी कानून काटसा के तहत अगर भारत या कोई और देश रूस के साथ मिलिट्री डील करते हैं या रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाते हैं तो अमेरिका उन पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है। पुतिन के सलाहकार यूरी उषाकोव इस बात की पुष्टिकर चुके हैं कि भारत सरकार की ओर से डील को डन करने की तरफ इशारा किया जा चुका है। ये भी पढ़ें-'अंकल सैम' की परवाह किए बिना रूस के लिए अपना प्यार जताएगा भारत, चीन और पाकिस्तान भी होंगे परेशान!
चुनिंदा अधिकारियों के बीच होगी मीटिंग
शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में सिर्फ कुछ अधिकारी ही मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि मोदी और पुतिन इस द्विपक्षीय मुलाकात में परमाणु, रक्षा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद एक प्रतिनिधि स्तर की वार्ता होगी। इस वार्ता में दोनों नेता व्यापार, आर्थिक संबंध, ऊर्जा और दोनों देशों के नागरिकों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं। पुतिन के भारत पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने रूसी और अंग्रेजी भाषा में ट्वीट कर उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने लिखा, 'भारत में आपका स्वागत है राष्ट्रपति पुतिन। आपके साथ होने वाली चर्चा का इंतजार कर रहा हूं जो भारत-रूस की दोस्ती की और मजबूत बनाएगी।' पुतिन और मोदी दोनों 19वें भारत-रूस सालाना द्विपक्षीय संबंधों में भी शामिल होंगे। ये भी पढ़ें-क्यों अहम है रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का भारत दौरा
पाकिस्तान पर होगी चर्चा
दोनों नेता द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का आकलन करेंगे। काटसा एक्ट के बाद रूस के साथ होने वाली रक्षा सहयोग पर जानकार करीब से नजर बनाए हुए हैं। दोनों नेता इसके अलावा अफगानिस्तान में एक ज्वॉइन्ट प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बातचीत कर सकते हैं। इस प्रोजेक्ट पर सोची में रजामंदी बनी थी। माना जा रहा है कि इस दौरान रूस की पाकिस्तान के साथ बढ़ती नजदीकी का मुद्दा भी पीएम मोदी उठा सकते हैं। मोदी, पुतिन के सामने आतंकवाद का विषय उठा सकते हैं। वह पुतिन को बता सकते हैं कि पाकिस्तान आतंकियों का समर्थन करता है। रूस पूर्व में चीन की तरह पाकिस्तान को आतंकवाद का पीड़ित बता चुका है। ऐसे में भारत की तरफ से पुतिन को आतंकवाद को पाकिस्तान की तरफ से मिल रहे समर्थन पर साफ संदेश दिया जा सकता है। ये भी पढ़ें-भारत और रूस के रिश्तों में नई जान डालेगी एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डील