कांवड़ यात्रा: योगी सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, यूपी और केंद्र सरकार को नोटिस जारी
नई दिल्ली, जुलाई 14। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर के खतरे के बीच कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी और उत्तराखंड सरकार के बीच घमासान देखने को मिल रहा है। दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर बैन लगा दिया है, लेकिन यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा को अनुमति दी है। अब यूपी सरकार के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। जस्टिस रोहिंटन एफ नरीमन की बेंच ने इस मामले में उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। मामले की सुनवाई 16 जुलाई को होगी।
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यूपी सरकार को लग सकता है झटका!
माना जा रहा है कि इस सुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि कोरोना काल में कांवड़ यात्रा का आयोजन बहुत बड़ी महामारी को निमंत्रण दे सकता है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में अपना हस्तक्षेप किया है, इसलिए भी माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार को अपना फैसला बदलने के लिए कह सकता है। आपको बता दें कि कांवड़ यात्रा की शुरुआत 25 जुलाई से होनी है। पिछले साल भी कोरोना महामारी की वजह से ही कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया था।
आपको बता दें कि मंगलवार को यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा को परमिशन दे दी थी। यूपी सरकार का ये फैसला उत्तराखंड सरकार के उस फैसले के बाद आया था, जिसमें उसने कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि कांवड़ यात्रा से ज्यादा अहम है लोगों की जान बचाना, इसलिए कांवड़ यात्रा को लगातार दूसरी बार कैंसिल करने का फैसला लिया गया है। उत्तराखंड के अलावा अभी तक ओडिशा ने भी कांवड़ यात्रा पर बैन लगा दिया है।