65 साल पुरानी पंडित नेहरू की योजना को पीएम मोदी करेंगे खत्म
नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार में आने के बाद कई नीतिगत ढांचों में बदलाव किये हैं। पहला बदलाव योजना आयोग के रूप में हुआ था जिसे नीति आयोग बना दिया गया था। वहीं इसके बाद अब पंचवर्षीय योजना में भी बदलाव होने जा रहा है।
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देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंद्रह वर्षीय विजन डॉक्युमेंट से बदलने जा रहे हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट की मानें तो नया डॉक्युमेंट देश की सामाजिक जरूरतों को पूरा करेगा वो भी देश के विकास की रफ्तार में बाधा लाये बगैर।
इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए सरकार ने नीति आयोग को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। उच्चस्तर पर इस योजना को मंजूरी दे दी गयी है और इसे आखिरी पंचवर्षीय योजना के बाद लागू कर दिया जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना 2012-2017 जोकि अगले वर्ष खत्म हो रही है, उसके बाद यह योजना खत्म हो जाएगी।
नयी पंद्रहवर्षीय योजना नेशनल डेवलेपमेंट एजेंडा 2017-18 आंतरिक सुरक्षा और रक्षा विभाग से शुरु होगी। इस योजना में योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों का पूरा खाका खींचा जाएगा कि कैसे यह अपने मिशन को हासिल करेगा। रिपोर्ट की मानें तो इस योजना को हर तीसरे वर्ष रिव्यू किया जाएगा।
पंचवर्षीय योजना की शुरुआत 1951 में की गयी थी और आजतक 12 पंचवर्षीय योजनायें शुरु की गयी। लेकिन मोदी सरकार का मानना है कि पंचवर्षीय योजना और योजना आयोग अपनी उपयोगिता को खो चुका है।