2019 से पहले मोदी सरकार का बड़ा दांव, कांशीराम-आडवाणी और प्रणब मुखर्जी को मिल सकता है भारत रत्न
नई दिल्ली: किसी भारतीय को दिए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' की घोषणा इस साल होगी तो कुछ दिलचस्प नाम भी सामने आ सकते हैं। इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब भारत रत्न के लिए 4 नामों की घोषणा की जाएगी। इसके पहले साल 1954 में तीन शख्सियतों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया था।
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इस साल 4 लोगों को दिया जा सकता है भारत रत्न
सूत्रों के अनुसार, सरकार पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित कर सकती है। जबकि कद्दावर दलित नेता कांशीराम के साथ-साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी सरकार भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है। इसके अलावा एक नाम दक्षिण भारत से भी है।
राजनीतिक लाभ भी लेना चाहेगी बीजेपी
कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है। कांशीराम को भारत रत्न उनके द्वारा दलित समुदाय के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों को देखते हुए दिया जा सकता है। कई दलित संगठन इस मांग को लगातार उठाते भी रहे हैं। जबकि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश की राजनीति में उनके योगदान के लिए ये सम्मान दिया जा सकता है। वहीं, कांशीराम को भारत रत्न से सम्मानित करने के बाद बीजेपी इसका राजनीतिक लाभ लेना भी चाहेगी क्योंकि हाल के दिनों की कई घटनाओं के बाद भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप भी लगा है, जिसके कारण पार्टी की काफी आलोचना भी हुई है। इसी प्रकार प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित करने के बाद पश्चिम बंगाल में बीजेपी को इसका फायदा मिल सकता है।
भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है भारत रत्न
भारत रत्न किसी भी भारतीय नागरिक को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। शुरू में ये सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान और पब्लिक सर्विस क्षेत्र से जुड़ी बड़ी हस्तियों को ही दिया जाता था। लेकिन इसके बाद सरकार ने 2011 में इसमें मानवीय प्रयासों को भी शामिल किया। भारत रत्न के लिए नामों की अनुशंसा देश के प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति के समक्ष की जाती है। हर साल अधिकतम 3 नाम भारत रत्न के लिए भेजे जाते हैं लेकिन इस साल पहली बार 4 नामों की चर्चाएं जोरों पर हैं।
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